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दूधो
नहाओ पर
व्याख्या
प्यारे
हिंदी अध्यापक बंधुओ,
क्या
आप ने इस संदर्भ पर ध्यान दिया
है?
"गौरा
प्रात:
सायं
बारह सेर के लगभग दूध देती थी,
अत:
लालमणि
के लिए कई सेर छोड़ देने पर भी
इतना
अधिक शेष रहता था कि आसपास के
बालगोपाल
से लेकर कुत्ते-बिल्ली
तक सब पर मानो
'दूधो
नहाओ'
का
आशीर्वाद फलित होने लगा।"
(गौरा
पृ.सं.
13)
'दूधो
नहाओ'
'दूधों
नहाओ,
पूतों
पलो'
आशिर्वाद
का संक्षिप्त रूप है। इसका
मतलब है कि
may
you flourish with wealth and progency.
(मीनाक्षी
हिंदी अंग्रेज़ी कोश,
संस्करण
1998, पृ.
362)
हिंदी
में बताएँ तो 'धन
और संतान की वृद्धि हो'
।
(नालन्दा
विशाल शब्द सागर,
संस्करण
1991, पृ.
606)
यहाँ
लेखिका ने गौरा के द्वारा
अत्यधिक दूध
दिए
जाने पर ऐसा प्रयोग किया है।
लेकिन बहुत-से
मित्रों
ने इसकी व्याख्या गलत दी है।
आपसे
प्रार्थना है कि ऐसे विशेष
बातों पर आप
अपनी
संदर्भसहित व्याख्या से सहायता
करें ताकि
सभी
अध्यापक बंधु उससे लाभान्वित
हो।
आपका,
रवि.
एम.
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