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9 Hin Annual Exam Mar
2013 Qn Answers A Model
1. तालिका
की पूर्ति 3
- पाठप्रोक्तिरचयितामेमनाकहानीलोकबाबूसिपाही की माँएकांकीमोहन राकेशठंडे पानी की मशीनकविताएकांत श्रीवास्तव
- हेड मास्टर की दहाड़ सुनकर ओमप्रकाश ठिठक गया।
- साथियों ने कोने में बैठे ओमप्रकाश को दिखा दिया।
- हेड मास्टर ने गर्दन दबोचकर ओमप्रकाश को बाहर निकाला।
- ओमप्रकाश रोते हुए मैदान में झाड़ू लगाने लगा।
3. हिटलर
की चरित्रगत विशेषताएँ। 2
- ब्रिटिश शासन का विरोध करनेवाला।
- विश्वमैत्री में विश्वास न रखनेवाला।
4-7
कोष्ठक से उत्तर
चुनकर लिखना।
4. अब
हमें प्यास से भी लड़ना
होगा। 1
5.पानी
को वरुण देवता का प्रसाद माना
जाता है। 1
6. टाँग
अड़ाना से तात्पर्य है बाधा
डालना। 1
7. मास्टर
जी ने कहा कि कुछ दिनों के बाद
स्कूल बंद होनेवाला है क्योंकि
स्कूल गाँव से हटाया जा रहा
है। 1
8-10
किन्हीं दो प्रश्नों
के उत्तर।
8. पारस
मिलने पर भी राजा वह अपने पास
रखने के लिए तैयार नहीं हुआ।
उसके बदले में वह कूडन को वापस
देकर उससे अच्छे-अच्छे
काम करते
जाने का उपदेश दिया।
राजा उदार थे। इसलिए जनता की
सहायता के लिए
तालाब बनने के
कारण बने। 2
9. जब
गंगाबिशन को पता चला कि उसकी
पाठशाला गाँ से हटाया जा रहा
है,
उसके
प्रति लगाव बहुत बढ़ जाता है।
इसीलिए कल तक खूँखार लगनेवाले
मास्टर जी ,सदा
झगड़ा करनेवाले सहपाठी आदि
आज प्यारे लगने लगे। 2
10. किसान
खेती छोड़कर शहर की ओर पलायन
करता है, बैल
बेचकर खेत को
पट्टे पर लगाकर
शहर जाने में वह विवश हो होता
है। आर्थिक परेशानी,
मुनाफे की कमी
आदि समस्याएँ उसके सामने और
कोई उपाय नहीं छोड़
रहे
हैं। 2
11.
संशोधन। 2
जीवन
में खेलों का बहुत अधिक
महत्व होता है। खेलों से स्वस्थ
मन और
शरीर प्राप्त किए जा
सकते हैं। खेलने से हमारे
शरीर में ताज़गी आती है।
खेलकूद
शरीर को मज़बूत और सुगठित
बनाता है।
12-14
कविता के आधार
पर उत्तर।
12. यहाँ
कवि ने समय का ध्यान रखने के
लिए कहा है। 1
13. शीर्षक
– समय का महत्व। 1
14. कविता
का आशय। 3
यह
कवितांश समय के महत्व की ओर
पाठकों का ध्यान आकर्षित करता
है।
जो
समय हम व्यर्थ चलाते हैं वह
कभी वापस नहीं आता। इसलिए समय
हमें व्यर्थ नहीं चलाना चाहिए।
जो व्यक्ति समय का मूल्य न
जानकर उसे बरबाद
करता है,
उसे समय भी ठुकराता
है। तब उसे बहुत पछताना पड़ता
है। लेकिन
तब भी बात गया समय
वापस नहीं आता।
हमें
अपने सारे काम समय पर करने
चाहिए। कबीरदास ने कहा था-
काल्हि करें सो
आज कर....याने
कल करने के लिए काम बाकी न रखें।
आज का काम आज ही करें। समय के
महत्व पर बल देनेवाला यह कवितांश
बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक
है।
15.युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं - पोस्टर 3
6 अगस्त हिरोशिमा दिवस
युद्ध विनाशकारी है
युद्ध मानवता के प्रति अपराध है
युद्ध प्रकृति, वातावरण, मानव आदि सबका नाश करता है
युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं
मानवता, प्रेम और भाईचारे का संदेश फैलाएँ।
युद्ध का मार्ग छोड़ दें।
16-18
खंड के आधार पर
उत्तर।
16. इसके
= यह
+ के 1
17. दो
विशेषण शब्द:
साक्षर,
मीठी (हमारी,
सुंदर,
अनूठी,
रंगीन,
सुहाने,...) 2
18. वाचन
में मग्न होने पर हम अरनी जिंदगी
के दुख-दर्द
भूल जाते हैं। अपने
वर्तमान
को भूलकर सपनों से रंगीन लोक
में खो जाते हैं। इसलिए किताब
की
दुनिया को वास्तविक दुनिया
से अलग कहा गया है। 2
19. उचित
क्रियारूप से खंड का
पुनर्लेखन। 2
मामाजी
ने कहा वे रविवार को चेन्नई
गए थे। वहाँ से मेरे लिए नई
किताब खरीदी है।
यह सुनकर
मैं बहुत खुश हुआ।
20-22
किन्हीं दो के
उत्तर । (2x4=8)
20. गंगाबिशन
की डायरी - गाँव
का आखिरी दिन। 4
स्थान:......................
तारीख:....................
आज हम
गाँव छोड़ रहे हैं। कल से हमारा
यह प्यारा गाँव हमें अन्य
होनेवाला है। हमें अपने स्कूल,
मित्र,
घर,
खेत सबको छोड़कर
जाना पड़ेगा।
मेरे प्यारे
मित्र, स्कूल,
गाँव आदि छोड़ना
असहनीय है। लेकिन क्या करें...
सरकार
नर्मदा
मैया पर बड़ा-सा
बाँध बना रही है। हमारा गाँव
पानी में डूबनेवाला है। हमारे
माँ-बाप
के खेत भी नष्ट हो जाएँगे। खेत
नष्ट होने पर हम कैसे जिएँगे।
स्कूल नष्ट
होने पर हमारी
पढ़ाई कैसी होगी?
हे भगवान!
मैं अपने इन प्यारे
सबको छोड़कर
कैसे जाऊँ?
21. अपने
मित्र के नाम – ओमप्रकाश का
पत्र – स्कूल के अनुभव। 4
स्थान:.....................
तारीख:....................
प्यारे
रामकिशोर,
तुम
कैसे हो? पढ़ाई
कैसी चल रही है?
घर में सब कैसे
हैं? मैं
यहाँ ठीक हूँ।
इस
पत्र के द्वारा मैं अपने स्कूल
के अनुभव के बारे मैं लिख रहा
हूँ। मुझे दो-
तीन
दिनों से स्कूल में कटु अनुभव
हो रहा है। मेरे हेड मास्टर
कालीराम ने मुझे
जाति के नाम
से पुकार कर कक्षा साफ करने
का आदेश दिया। शीशम के पेड़
की
टहनियाँ तोड़कर झाड़ू बनाना
पड़ा। कक्षाएँ ही नहीं,
बरामदा,
मैदान तक मुझे
साफ
करने पड़े। मैं इतना थक
गया था कि बिलकुल शिथिल था।
अपमान और थकावट
असह्य था। अंत
में मेरे पिताजी आकर मुझे
स्कूल से घर ले गए। पता नहीं
आगे की
पढ़ाई। कैसी होगी।
तुम्हारे
माँ-बाप
को मेरा प्रणाम। छोटे भाई को
प्यार।
तुम्हारा
मित्र,
(हस्ताक्षर)
ओमप्रकाश।
सेवा
में
श्री
के रामकिशोर,
….....................
…......................
22. जल
जीवन है - लघु
लेख। 4
जल
जीवन का आधार है। जल के बिना
हम जी नहीं सकते हैं। हमें
अपनी
जिंदगी में जल अनिवार्य
है।
पीने के लिए,
सफाई के लिए,
खेती के लिए,
औद्योगिक आवश्यकताओं
के लिए आदि पानी कई आवश्यकताएँ
होती हैं। पीने और खाना पकाने
के लिए
हमें शुद्ध जल की आवश्यकता
है। लेकिन हर साल बारिश कम होती जा रही है।
यह जल के अभाव
के लिए कारण बनता है। ऐसी हालत
आगे बढ़े समस्या भयंकर
हो
जाएगी।
इस
भयंकर समस्या से बचने के लिए
हमें प्रदूषण पर रोक लगाना
चाहिए।
जंगलों को काटना समाप्त
करना और अधिक से अधिक पेड़
लगाने चाहिए। बारिश के
पानी
को अधिकाधिक संजोके रखना
चाहिए।
Ravi.
M.,
Chiragknr1.blogspot.com
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