12 Dec 2015

Dec 2015 X Hin Qn Ans


X Hin Qn Dec. 2015 Answers
1. तालिका की पूर्ति 2
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
सकुबाई
नाटक
नादिरा ज़हीर बब्बर
प्रिय डॉक्टर्स
उपन्यास-अंश
पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला
बाबूलाल तेली की नाक
कहानी
स्वयंप्रकाश
वह तो अच्छा हुआ
कविता
भगवत रावत
2. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थानों पर समानार्थी हिंदी शब्द 3
अपनी नाक की शल्यक्रिया के बाद बाबूलाल तेली स्वास्थ्य बीमा के लिए जीवन बीमा निगम के दफ़्तर पहुँचा। अफ़सर ने आवेदन पत्र के साथ चिकित्सा प्रमाण पत्र भी लाने को कहा।
3. घटनाओं को क्रमबद्ध करना 2
  • नगर की संकरी-गंदी गली में फिसलकर एक बच्चा गिरा।
  • लोग दूर से यह दृश्य देख रहे थे
  • यह बात फैलते-फैलते अखबार वालों तक पहुँची।
  • माँ बच्चे को खींचती हुई घर के अंचर ले गई
4. प्रो. डी कुमार की चरित्रगत विशेषताएँ 2
  • हर एक छात्र का निरीक्षण करनेवाला
  • प्रभु पर विश्वस न रखनेवाला
  • रोगियों को खिलौना नहीं मानने वाला।
सूचनाः 5 से 7 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें।
5. मेरा विचार है कि आप-आप ही चरना और अपना पेट भरना जानवरों की प्रवृत्तियाँ हैं। मनुष्य का कुछ सामाजिक दायित्व भी होता है। उसे अपने समाज पर भी विचार करना चाहिए, अपनी स्वार्थ भावना छोड़नी चाहिए। 2
6. मनुष्य ने जंगल काटकर हाथियों को बेघर बनाया और उनका खाना नष्ट कर दिया। इससे हाथी गाँवों में उतरकर खेती, घर आदि बरबाद करने लगे। अत: मैं इस कथन से सहमत हूँ कि हाथी के गाँव आने और खेती आदि के नाश करने का जिम्मेदार मनुष्य ही है। 2
7. बग्गा साहब की कुतिया डैनी एक विचित्र नस्ल की है। जब उसने पिल्ले दिए तब उनकी माँग करनेवालों की कमी नहीं थी। लेकिन ऐसे विचित्र नस्ल के कुत्तों का सभी के घरों में होना भी उसे पसंद नहीं था। उस मनोभाव के कारण उन्होंने मेहतर से पिल्लों को गरम पानी में डुबोकर मरवा दिया।
सूचनाः 8 से 10 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें। 2
8. जीवन-वृत्त के आधार पर जीवनी का अंश तैयार करना 4
राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म सन् 1886 में झाँसी के गिरगाँव नामक गाँव में हुआ था। हिंदी साहित्य जगत में उनका विशेष स्थान है। राजनीति के क्षेत्र में भी वे मशहूर थे। 'साकेत' उनका महाकाव्य और 'यशोधरा', 'पंचवटी', 'जयद्रथ बध' उनके खंडकाव्य हैं। उनको मिले पुरस्कारों में सबसे प्रमुख पद्मभूषण था। सन् 1864 में उनकी मृत्यु हुई थी।
9. डिसेक्शन हॉल का अनुभव: देवदास की डायरी 4
तारीखः …..............
मेडिकल कॉलेज में आज मेरा पहला दिन था। मैं जल्दी तैयार होकर कॉलेज पहुँचा। मन में थोड़ी-सी घबराहट थी। प्रो. कुमार का भाषण एक घंटा रहा। भाषण ज़ोरदार और उपदेशात्मक था। उसके बाद डिसेक्शन हॉल में। प्रवेश करते ही नथुनों में बड़ी तेज़ बजबू घुसी। ऊबाऊ तीखी गंध। लंबा-चौड़ा हाल। तीन कतारों में पड़ी स्टील की नौ मेज़ें। एक-एक मेज़ पर एक-एक लाश। हॉल की दक्खिनी ओर कद्दावार टंकी - मौत का कुआँ-जैसा - उसमें लाशें भरी थीं। आठ छात्रों के लिए एक लाश थी। मुझे और लक्ष्मी को हाथ मिला। डिसेक्शन हॉल में भी प्रो. कुमार का भाषण था। उनका भाषण उपदेशों और सुझावों से भरा था। आज का दिन मेरी जिंदगी में एक महत्वपूर्ण दिन रहा।
10. गौरा की मृत्युः महादेवी-श्यामा: वार्तालाप 4
महादेवी: आओ श्यामा, हमारी गौरा हमें छोड़कर चल बसी।
श्यामा: बड़े दुख की बात है।
महादेवी: क्या करें, हमने बहुत कोशिश की, बड़ी रकम खर्च की, लेकिन उसकी जान बचा नहीं सके।
श्यामा: उसकी मृत्यु का कारण क्या है दीदी?
महादेवी: किसी ने उसे सुई खिला दी है। हमारा संदेह ग्वाले पर है। वह लापता है।
श्यामा: गाय को सुई कैसे खिला सकते हैं?
महादेवी: डॉक्टर ने कहा था कि गुड़ की डली में रखकर खिला दी गई होगी।
श्यामा: उस ग्वाले के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई नहीं ले सकते हैं क्या दीदी?
महादेवी: मुश्किल है। क्योंकि उसके लिए प्रमाण जुटाना आसान नहीं। हमारा दुर्भाग्य है। कानूनी कार्रवाई लेने पर भी हमारी गौरा वापस नहीं आएगी न।
श्यामा: लेकिन इतना निर्मम व्यवहार करनेवाले को नहीं छोड़ना चाहिए। बछड़ा - क्या नाम है उसका - कैसा है?
महादेवी: हमारा लालमणि? उसे क्या मालूम? बेचारा। वह तो खेल-तमाशा करता है।
श्यामा: उस बेचारे को पालना भी कठिन हो गया न?
श्यामा: सही बात है, लेकिन हम उसे प्यार से पालेंगे।
सूचनाः 11 से 13 तक के उत्तर कवितांश के आधार पर
11. इस कवितांश में देशप्रेम का भाव निहित है। 1
12. 'प्यारा देश हमारा' 1
13. कविता का आशय 3
यह कवितांश हमारे देश के महत्व का वर्णन करने वाला है।
कवि कहते हैं- हमारा देश भारत कितना प्यारा है, इसे प्रकृति ने अच्छी तरह संवारा है। हम इस देश का गुणगान करेंगे, इस धरती को हम स्वर्ग बनाएँगे। हमारे देश के मुकुट के स्थान पर हिमालय पहाड़ है। हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग आपस में भाई-भाई बनकर रहते हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि विभिन्न धर्मों के लोग एकता के साथ रहनेवाला यह देश ही वास्तव में एक देवालय है।
हमारे देश का गुणगान करनेवाला यह कवितांश देश की धर्मनिरपेक्षता पर विशेष बल देता है। अत: यह बिल्कुल अच्छा और प्रासंगिक है।
14. संशोधन 2
तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर बड़ी खुशी हुई। विजय पर मेरी हार्दिक बधाइयाँ
15. विशेषण शब्दों का प्रयोग करके पुनर्लेखन 2
चिड़ियों की मीठी आवाज़ सुनकर मैं बड़े सबेरे जाग उठा और हरे-भरे खेत की ओर चलने लगा। सुन्दर प्रकृति में सूरज की सुनहरी किरणें पड़ने लगी थीं।
16. योजकों से वाक्य मिलान- 2
कल मैं स्कूल नहीं आ सकी क्योंकि मुझे बुखार था इसलिए मैंने गृहकार्य नहीं किया।
सूचनाः 17-20 गद्यांश के आधार पर उत्तर
17.'बड़ा स्थान' में 'स्थान' शब्द संज्ञा है। 1
18. उनको में प्रयुक्त सर्वनाम 'वे' है। 1
19. मानव जीवन में समय का बड़ा स्थान है 1
20. विद्यार्थियों के जीवन में समय का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्हें समय का सदुपयोग करना है। ठीक समय पर उठना, पढ़ना, अपना कार्य करना आदि अनिवार्य हैं। इसके लिए उचित समय-सारिणी बनानी चाहिए। 2
21. मैगसेस पुरस्कार विजेता डॉ. शांता को कैंसर इंस्टिट्यूट में अभिनंदन समारोह – पोस्टर 3
मैगसेसे पुरस्कार विजेता
डॉ. वी. शांता का
अभिनंदन समारोह
12-10-2005, रविवार, सायं 4 बजे
कैंसर इंस्टिट्यूट में
उद्घाटन: कुमारी जयललिता, मुख्यमंत्री, तमिल नाडु
कार्यक्रम में केन्द्रीय, राज्य सरकारों के मंत्री, महद् व्यक्ति भाग लेते हैं
सबका स्वागत है
निदेशक
कैसर इंस्टिट्यूट, अडयार









Ravi. M., GHSS, Kadannappally, Kannur

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