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2nd
Term Exam 2012-13 VIII Hin Qn Answers – A Model
1.
तालिका
की पूर्ति 3
पाठ
|
प्रोक्ति
|
रचयिता
|
पत्नी
|
कविता
|
कमल
कुमार
|
मंगर
|
रेखाचित्र
|
रामवृक्ष
वेनीपुरी
|
जागरूकता
|
कहानी
|
ताराचंद
मकसाने
|
- पुलिस सेना में किरण बेदी की भर्ती हुई।
- पुलिस सेना में किरण बेदी की भर्ती हुई।
- पुरानी दिल्ली में दंगा शुरू हुआ।
- दंगाइयों ने घर को आग लगा दी।
किरण
बेदी ने लोगों की रक्षा की।
3.
रेश्मा
की विशेषताएँ- 2
- अनाचारों के विरुद्ध आवाज़ उठानेवाली।
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भाग लेनेवाली।
उचित
उत्तर चुनकर लिखें। (4-7)
4.
ईश्वर
हमारे अंदर बसता है।
कबीरदास
का उदाहरण है -
फूल
में बास होता है। 1
5.
घर
में एकवचन में रहनेवाली पत्नी
है। 1
6.
रेश्मा
की बुआजी पुत्र-प्राप्ति
के सपने में खोई हुई थी। 1
7.
मछुआरों
की गरीबी का कारण शोषण
है। 1
8.
कवि
ने औरत (पत्नी)
की
तुलना कारपेट,
परदा,
शेंडलियर,
बड़े
कलाकार की फ्रेम में जड़ी
अमुकृति
आदि
से की है। 2
9.
विभिन्न
कारणों से दुखी लोगों को उनके
अंधविश्वास का फायदा
उठाते
हुए धोखा देने के लिए कुछ लोग
तैयार रहते हैं। विभिन्न
समस्याओं
के समाधान का वादा करते हुए
उनसे पैसे वसूल
करते
हैं। इसे रोकने के लिए सामाजिक
तौर का प्रचार कार्य
आवश्यक
है। 2
10.
मंगर
के बुढ़ापे का चित्र लेखक ने
ऐसा खींचा है-
उसके
शरीर के
माँस
और माँसपेशियाँ ही नहीं गल
गई हैं,
उसकी
हड्डियाँ तक सूख
गई
हैं। आज उसका यह शरीर उस पुराने
शरीर का व्यंग्यचित्र मात्र
रह
गया है। 2
11.
संशोधन- 2
रेश्मा
दसवीं कक्षा की छात्रा थी।
वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों
में
भाग
लेती थी। जब रेश्मा स्कूल से
आई तब घर में अनेक
महीलाएँ
थीं।
12.
विरामचिह्न
जोड़कर वाक्यों का पुनर्लेखन
करें। 1
सूर्योदय
हुआ,
प्रकाश
फैलने लगा।
सूर्योदय
हुआ। प्रकाश फैलने लगा।
कवितांश
के आधार पर उत्तर (13-16)
13.
चिड़िया
शब्द का समानार्थी शब्द है
पक्षी। 1
14.
चिड़िया
की इच्छा है आकाश में स्वतंत्र
होकर उड़ना। 1
15.
कविता
का शीर्षक – आज़ादी 1
16.
कविता
का आशय 2
इस
कवितांश में रचनाकार आज़ादी
पर बल देते हैं।
कोई
भी चिड़िया पिंजड़े में बंद
रहना नहीं चाहती। अन्य
चिड़ियाँ
मुक्त गगन में स्वच्छंद उड़ते
समय पिंजड़े में बंद चिड़िया
बहुत दुखी होती है। पिंजड़ा
सोने का होने पर भी वह गुलामी
का
प्रतीक ही है। चिड़िया के
लिए आज़ादी ही सबसे महत्वपूर्ण
है।
यह
कविता आज़ादी याने स्वतंत्रता
पर बल देनेवाली है।
अत:
यह
बिलकुल प्रासंगिक है।
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(पिंजड़ा
:
കൂട്
(മനുഷ്യനിര്മ്മിത),
स्वच्छंद
:
സ്വതന്ത്രമായി,
गुलामी
:
അടിമത്തം,
बिलकुल
:
പൂര്ണ്ണമായും)
खंड
पढ़कर उत्तर लिखना (17-19)
17.
पेड़
वायु को शुद्ध बनाते हैं। 1
18.
उनका
=
वे
+
का
(वे
सर्वनाम और का प्रत्यय है) 1
19.
मातृभाषा
में अनुवाद 3
കാട്ടിലെ
മരങ്ങള് വളരെയധികം ഉപയോഗപ്രദ
മാണ്.
മരങ്ങള്
വായുവിനെ ശുദ്ധീകരിക്കുന്നു
(ശുദ്ധമാക്കുന്നു).
അവ
പ്രകാശ സംശ്ലേഷണം വഴി
വായുവിലേക്ക്
ഓക്സിജന് കടത്തിവിടുന്നു.
20.
रेश्मा
-
सुधा
वार्तालाप 4
रेश्मा:
हैलो
सुधा,
मैं
रेश्मा बोल रही हूँ।
सुधा:
बोलो
रेश्मा। क्या बात है?
रेश्मा:
घर
में एक मोहिनी बाबा आया है,
मेरी
बुआ की
पुत्र-प्राप्त के
लिए अनुष्ठान कर रहा है। हमें
जल्दी
कुछ करना है। तुम्हारे
श्रीकांत भैया को बुलाना है।
सुधा:
मैं
अभी भैया को खबर देती हूँ। तुम
एक काम करो,
जल्दी घर
जाओ।
रेश्मा:
मैं
अकेले जाकर क्या करूँ?
सुधा:
तुम
जाके उनपर नज़र रखो। उन्हें
बचने नहीं दना।
मैं श्रीकांत
भैया को वहाँ जल्दी भेज दूँगी।
रेश्मा:
ठीक
है सुधा। मुझे बड़ी चिंता हो
रही है। मेरी बुआ ने
बिना बताए
ऐसा किया है न।
सुधा:
जल्दी
जाओ रेश्मा। समय मत चलाना।
रेश्मा:
ठीक
है। मैं अभी जाती हूँ।
(खबर
देना:
വിവരമറിയിക്കുക
नज़र रखना:
ദൃഷ്ടി
കൊടുക്കുക,
ശ്രദ്ധിക്കുക
बचने नहीं देना:
രക്ഷപ്പെടാന്)
അനുവദിക്കാതിരിക്കുക)
21.
किरण
बेदी की डारी 4
स्थान:
…...............(अनिवार्य
नहीं)
तारीख:..................
आज
पुरानी दिल्ली में मुझे एक
महत्वपूर्ण कार्य करना पड़ा।
दंगाइयों ने एक घर को आग लगा
दी थी। बाहर ताला लगा भी था।
सत्रह महिलाएँ घर में बंद थीं!
दरवाज़ा
तोड़ने के लिए मैंने सिपाहियों
से
सहायता माँगी। वे तैयार
नहीं थे। वे कह रहे थे कि वह
अग्निशमन सेवा का
है। वक्त
नहीं था। मैंने हैंडपंप के
नीचे बैठकर खुद को भिगोया।
फिर बंद
दरवाज़े पर पैरों से
पीट-पीट
कर तोड़ डाला। भीतर बंद स्त्रियों
को एक-
एक
करके ज़िंदा बाहर ले आई। यह
दिन मेरे कार्यकाल का एक विशेष
दिन है। मैं यह कभी नहीं भूलूँगी।
22.
लघु
लेख – आज के समाज में महिला 4
आज
के समाज में महिलाएँ बहुत बड़ी
भूमिका निभाती हैं।
परिवार
में उनका महत्वपूर्ण स्थान
है। महिलाओं
को घरों में बच्चों की
देखभाल,
खाना
पकाना,
घर
का रख-रखाव
आदि विभिन्न प्रकार के
काम
करने पड़ते हैं। इसके लिए किसी
भी तरह का वेतन नहीं दिए
जाते
हैं। इन कामों से उन्हें कभी
भी छुट्टी भी नहीं मिलती।
लेकिन ऐसा
होने पर भी उन्हें
समाज में मान्यता और आदर नहीं
दिए जाते हैं।
नौकरीपेशा
महिलाओं की भूमिकाएँ दुगुनी
होती हैं। दफ्तर या कार्यशाला
की और घर की। उन्हें पर्याप्त
मात्रा में आराम भी नहीं मिलता।
महिलाएँ
परिवारों के आधार हैं। उन्हें
उचित मान्यता और आदर
भी मिलने
चाहिए।
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(भूमिका
निभाना :
പങ്ക്
വഹിക്കുക,
റോള്
കൈകാര്യം ചെയ്യുക,
रखर-रखाव
:
പരിപാലനം,
वेतन
:
ശമ്പളം,
मान्यता
:
അംഗീകാരം,
नौकरीपेशा
:
തൊഴിലെടുക്കുന്ന
दुगुनी
:
ഇരട്ടി,
कार्यशाला
:
പണിപ്പുര)
23.
स्वतंत्रता
दिवस समारोह – पोस्टर 4
सरकारी
हायर सेकंडरी स्कूल,
कडन्नप्पल्लि
गणतंत्र
दिवस समारोह
26
जनवरी
2013
प्रात:
8 बजे
उद्घाटन:
श्रीमती
किरण बेदी (सेवानिवृत्त
आई पी एस अफसर)
अध्यक्षा:
श्रीमती
टी.सुलजा
(अध्यक्ष,
क.पा.
ग्राम
पंचायत)
विभिन्न
साँस्कृतिक कार्यक्रम
सबका
स्वागत है।
तैयारी:
Ravi, Chiragknr1.blogspot.com
സര്
ReplyDeleteടൈറ്റിലില് vii ഏന്നത് viii എന്നു തിരുത്തണേ
സോമന് മാഷേ, നന്ദി. തിരുത്തി.
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