कण्णूर
ज़िला पंचायत
एस.एस.एल.सी.
मुकुलम
मॉडल परीक्षा 2015
Third
Language - Hindi
Model Question cum Answer Paper
कुल
स्कोर: 40 समय:
1½ घंटे
1. तालिका
की पूर्ति करें। 2
- पाठप्रोक्तिरचयितागौरा…...........महादेवी वर्मा…...............कवितामैथिलीशरण गुप्तसकुबाई…............नादिरा ज़हीर बब्बरवापसीकहानी….................
- पाठप्रोक्तिरचयितागौरारेखाचित्रमहादेवी वर्मामनुष्यताकवितामैथिलीशरण गुप्तसकुबाईएकपात्रीय नाटकनादिरा ज़हीर बब्बरवापसीकहानीउषा प्रियंवदा
2. कोष्ठक
से घटनाएँ चुनकर सही क्रम से
खाली स्थानों की पूर्ति
करें। 2
- …..........................................................।
- डौली पिल्लों के साथ खेलने लगी।
- ….....................................................।
- डौली स्कूल से आकर पिल्लों को ढूँढने लगी।(डौली के स्कूल गए रहने पर पिल्ले मारे गए।, डौली की कुतिया ने पिल्ले दिए।)
- डौली की कुतिया ने पिल्ले दिए।
- डौली पिल्लों के साथ खेलने लगी।
- डौली के स्कूल गए रहने पर पिल्ले मारे गए।
- डौली स्कूल से आकर पिल्लों को ढूँढने लगी।
3. अंग्रेज़ी
शब्दों के स्थान पर समानार्थी
हिंदी शब्द रखकर पुनर्लेखन
करें। 3
Clerk
के व्यवहार
के संबंध में Manager
से शिकायत
करने पर उन्होंने मेरा Account
Number पूछा।
(प्रबंधक,
खाता
संख्या,
लिपिक,
पूछताछ)
अंग्रेज़ी
शब्दों के स्थान पर समानार्थी
हिंदी शब्द रखकर पुनर्लेखन
लिपिक
के व्यवहार के संबंध में प्रबंधक
से शिकायत करने पर उन्होंने
मेरा खाता संख्या
पूछा।
4. महादेवी
वर्मा की चरित्रगत विशेषताएँ
चुनकर लिखें। 2
- पशु-पक्षियों से प्यार भरा व्यवहार करनेवाली।
- लालची स्वभाववाली।
- उपयोगिता की दृष्टि से पशु-पक्षियों को न पालनेवाली।महादेवी वर्मा की चरित्रगत विशेषताएँ
- पशु-पक्षियों से प्यार भरा व्यवहार करनेवाली।
लालची स्वभाववाली।- उपयोगिता की दृष्टि से पशु-पक्षियों को न पालनेवाली।
सूचना:
5 से 7
तक के प्रश्नों
में से किन्हीं दो के उत्तर
लिखें। (2x2=4)
5. मिलानी
जी ने सच्ची घटना को 'हाथी
के साथी'
नाम
दिया है। यह कहाँ तक सार्थक
है?
मानव
के द्वारा पशु-पक्षियों
पर बड़ा अत्याचार चल रहा है।
जीवित पशु-पक्षी
ही नहीं पशु-पक्षियों
की लाशों को भी मानव नहीं
छोड़ता। इस घटना में हाथी की
मृत्यु के बारे में जब हाथी
के साथियों को पता चला वे आकर
लाश का संरक्षण करके जंगल के
बड़े गड्ढे में दफनाकर अपना
फ़र्ज़ निभाया। अत:
हाथी
के साथी नाम इस घटना के लिए
बिलकुल उचित है।
6. 'मैं
समझता हूँ कि आप हिन्दुस्तानी
नहीं हैं'-
गामा
ने फारसी पत्रकार से ऐसा क्यों
कहा?
भारतीय
गुरु को शिष्य अपना खून और
पुत्र से भी प्यारा होता है।
ख्याति और प्रभाव में वे यही
चाहते हैं कि वे अपने शिष्य
से कम प्रमुख रहें। ये सब भारतीय
सभ्यता से संबंधित हैं। अत:
गामा
ने फारसी पत्रकार से कहा कि
मैं समझता हूँ कि आप हिन्दुस्तानी
नहीं हैं।
7. गजाधर
बाबू ने चीनी मिल में नौकरी
करने का निश्चय क्यों किया?
गजाधर
बाबू को पैंतीस साल की नौकरी
के बाद सेवानिवृत्त होकर घर
पहुँचने पर भी अपने ही घर में
पराया-सा
अनुभव हो रहा था। वे अपने परिवार
के लिए धनोपार्जन का निमित्त
मात्र बन गये थे। इसलिए
गजाधर बाबू ने चीनी मिल में
नौकरी स्वीकार करने का निश्चय
किया।
सूचना:
8 से 11
तक के प्रश्नों
में से किन्हीं तीन के उत्तर
लिखें।
(3x4=12)
8. गजाधर
बाबू को अपने ही घर में पराया
महसूस होने लगा। इस संदर्भ
में गजाधर बाबू की डायरी लिखें।
तारीख:
…................
पैंतीस
साल की नौकरी के बाद पिछले
महीने मैं अपने घर पहुँचा।
आते समय बड़ी उम्मीदें थीं।
अपने परिवार के साथ प्यार भरी
जिंदगी की। लेकिन बिलकुल उल्टा
ही हुआ। घर के मालिक को अपने
घर में चारपाई रखने का स्थान
तक नहीं! मैं
अपने बच्चों को धनोपार्जन का
निमित्त मात्र बन गया हूँ।
काम करने के लिए कोई भी नहीं,
लेकिन
खर्च के लिए सब हैं। पत्नी तो
मेरे पास आती है शिकायत करने
के लिए। आय कम हुआ है और व्यय
बढ़ गया है। बच्चों के मन में
अपने पिताजी के प्रति प्यार
नहीं, ममता
नहीं। उन्हें सिर्फ पैसे और
सुख-सुविधाएँ
चाहिए। मेरी आशाओं की मृत्यु
हो रही है। मैं हताश हूँ। आगे
मैं क्या करूँ?
वासंती
की शादी जल्दी करवानी है। नौकर
का हिसाब करना है। सेठ रामजीमल
के मिल में एक नौकरी देने के
लिए वे तैयार हैं। उसे स्वीकार
करूँ? नौकरी
से मुक्त होकर घर आया हूँ। फिर
से नौकरी शुरू करूँ?
चिंताएँ
दूर नहीं होतीं। (शिकायत
करना: പരാതി
പറയുക , आय,
व्यय:
വരവ്,
ചെലവ് ,
हताश:
ആശകള്
നശിച്ച चिंताएँ:
ദുഖങ്ങള്
)
9. माली
का छोटा बच्चा मर गया। इस प्रसंग
पर डौली और आया के बीच का
वार्तालाप तैयार करें।
डौली:
आया,
माली क्या
ले जा रहा है?
आया:
कुछ नहीं।
उस ओर मत देखो।
डौली:
क्यों?
आया:
जल्दी
घर चलो, मामा
इंतज़ार कर रही होगी।
डौली:
नहीं।
बताओ न, माली
कोरे कपड़े में लपेटकर क्या
ले जा रहा है?
आया:
माली का
छोटा बच्चा मर गया।
डौली:
कैसे?
आया:
क्यों
नहीं मरता? उसे
माँ का दूध उतरता नहीं था न?
डौली:
दो दिनों
से बच्चा क्यों रो हा था?
आया:
उसे दूध
मिलता भी नहीं।
डौली:
याने
बच्चे को गरम पानी में डुबो
दिया?
आया:
बेटा,
ऐसी बातें
मत करो। आदमी के बच्चे को ऐसा
कोई नहीं करता।
डौली:
फिर आदमी
का बच्चा कैसे मरता है?
आया:
भूख से
भी मर सकता है।
डौली:
हम भी भूख
से मरेंगे?
आया:
भूख से
मरते हैं कमीने आदमियों के
बच्चे।
(आया
आँसू पोंछती है)
डौली:
आया,
क्यों
रो रही हो?
आया:
कुछ नहीं।
चलो मामा तुम्हें देख रही
होगी।
(आँसू
पोंछना: കണ്ണീര്
തുടക്കുക)
10. कई
दिनों के इलाज के बाद अंत में
गौरा की मृत्यु हुई। इसकी खबर
देते हुए श्यामा के नाम महादेवी
वर्मा का पत्र तैयार करें।
स्थान:
…...................।
तारीख:
…..................।
प्यारी
बहन,
तुम
कैसी हो? घर
में सब कैसे हैं?
मैं यहाँ
ठीक हूँ।
श्यामा,
आज
ब्रह्ममुहूर्त में हमारी
गौरा की मृत्यु हुई। मैंने
बहुत कोशिश की,
विभिन्न
स्थानों से पशु-चिकित्सकों
और विशेषज्ञों को लायी। बड़ी
रकम का खर्च भी हुआ। सब बेकार
निकला। गौरा हमारे लिए एक गाय
मात्र नहीं थी,
वह मेरे
परिवार की सदस्या थी। लालमणि
के बारे में सोचते समय बहुत
दुख होता है। मैं तो उसका
पार्थिव अवशेष गंगा मैया को
समर्पित किया। मैंने कई
पशु-पक्षियों
को पाला है, उनमें
से कुछ को समय-असमय
विदा देनी ही पड़ती थी। लेकिन
ऐसी मर्मव्यथा कभी नहीं हुआ
था। मानव इतना निर्मम कैसे
बनता है!
घर
में सबको मेरा नमस्कार। शेष
बातें अगले पत्र में।
तुम्हारी
दीदी,
(हस्ताक्षर)
महादेवी।
सेवा
में
श्यामा.....,
…................
…................।
(बेकार
निकलना: ഉപയോഗശൂന്യമാകുക,
शेष बातें:
ബാക്കി
കാര്യങ്ങള്)
- 'स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है'। इस विषय पर आपके स्कूल में एक संगोष्ठी चलनेवाली है। उसके संबंध में एक पोस्टर तैयार करें
जवहर
विद्यालय,
कण्णूर
चरक
स्वास्थ्य समिति की ओर से
एकदिवसीय
हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन
होता है
5-2-2015
गुरुवार
पूर्वाह्न 10 बजे
स्थान:
स्कूल
ऑडिटोरियम
विषय:
स्वस्थ
शरीर में स्वस्थ मन का वास
होता है
उद्घाटन:
श्री.
पी.
बालकिरण,
आई.ए.एस
जिलाधीश,
कण्णूर
सबका
स्वागत है।
संयोजक प्रधानाध्यापिका
सूचना:
कवितांश
पढ़ें और 12से
14 तक
के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
खुशबू
केवल फूल-फूल
में
रहनेवाली
चीज़ नहीं
खुशबू
केवल बगीचों में
बहनेवाली
चीज़ नहीं।
खुशबू
है व्यवहार प्यार का
जिसकी
बड़ी ज़रूरत भाई
इसके
कारण सुंदर लगती
कैसी
भी हो सूरत भाई।
12. जीवन
में किस चीज़ की बड़ी ज़रूरत
है? (फूल
की, प्यार
की, सुंदरता
की) 1
जीवन
में प्यार की बड़ी
ज़रूरत है।
13. कवितांश
के लिए उचित शीर्षक दें। 1
खुशबू,
प्यार,
प्यार
की खुशबू (किसी
एक हो सकता है)
14. कवितांश
का आशय लिखें। 3
प्रस्तुत
कवितांश में रचनाकार जिन्दगी
में प्यार भरा व्यवहार करने
की आवश्यकता पर बल देते हैं।
बाकी सबकुछ होने पर भी,
यदि प्यार
नहीं है तो जिंदगी अधूरी रह
जाती है।
खुशबू
केवल फूल-फूल
पर बहनेवाली या बगीचों में
रहनेवाली चीज़ नहीं है। रचनाकार
कहते हैं कि खुशबू प्यार का
व्यवहार है, हमारी
जिंदगी में प्यार भरे व्यवहार
की बड़ी ज़रूरत है। कोई भी
व्यक्ति हो, उनकी
सूरत असुंदर होने पर भी प्यार
का व्यवहार होने पर सबकहीं
उनकी मान्यता होती है।
इस
कवितांश में रचनाकार सभी
पाठकों को प्यार भरे व्यवहारवाले
बनने का उपदेश देते हैं। सभी
नागरियों में प्यार भरे व्यवहार
होने पर समाज की भलाई और विकास
होता है। अत: यह
कवितांश बिलकुल अच्छा और
प्रासंगिक है। (अधूरी:
അപൂര്ണ്ണമായ,
बिलकुल:
പൂര്ണ്ണമായും,
प्रासंगिक:പ്രസക്തമായ)
निम्नलिखित
वाक्यों का संशोधन करें।
15.
रीना
का घर छोटी है। उसकी घर
में दो कुत्ता हैं। घर में
चार लोग रहता है। 2
उत्तर:
रीना
का घर छोटा है। उसके
घर में दो कुत्ते हैं।
घर में चार लोग रहते हैं।
सूचना:
कोष्ठक
से उचित विशेषण शब्द चुनकर
खाली स्थानों की पूर्ति करें।
16.
हिमालय
….....
पहाड़
है। हिमालय का वातावरण …....
होता
है। ….......
लोग
पहाड़ पर चढ़ने तैयार
होते
हैं। नीचे का दृश्य …....
होता
है। (साहसी,
भयानक,
ठंडा,
ऊँचा) 2
उत्तर:
हिमालय
ऊँचा पहाड़ है। हिमालय
का वातावरण ठंडा होता
है। साहसी लोग पहाड़
पर चढ़ने
तैयार
होते हैं। नीचे का दृश्य भयानक
होता है।
सूचना:
योजकों
की सहायता से वाक्यों को मिलाकर
लिखें।
17.
मैंने
बड़ी कोशिश की। मुझे प्रथम
स्थान नहीं मिला। (कि,
लेकिन,
और) 1
उत्तर:
मैंने
बड़ी कोशिश की,
लेकिन
मुझे प्रथम स्थान नहीं मिला।
सूचना:
निम्नलिखित
गद्यांश पढ़कर 18
से
21 तक
के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
धरती
पर जीवन प्रकृति-संतुलन
से ही संभव हो सका है। धरती
वनस्पतियों से पूरी तरह ढक न
जाए,
इसलिए
घास खानेवाले जानवर पर्याप्त
मात्रा में थे। इन जानवरों
की संख्या अधिक न हो जाए इसलिए
हिंस्र जंतु भी थे। इस प्रकार
प्रकृति में वनस्पति,
जीवजंतु
आदि का अनुपात संतुलित और
नियंत्रित बना रहता था। इससे
पर्यावरण स्वच्छ और जीवन के
अनुकूल बना।
18.
धरती
पर जीवन कैसे संभव हो सका
है? 1
धरती
पर जीवन प्रकृति-संतुलन
से संभव हो सका है।
19.
'हिंस्र
जंतु' में
'जंतु'
शब्द
…...... है।
(संज्ञा,
सर्वनाम,
क्रिया) 1
'हिंस्र
जंतु'
में
'जंतु'
शब्द
संज्ञा है।
20.
इससे
पर्यावरण स्वच्छ.....।
'इससे'
में
प्रयुक्त सर्वनाम …..
है।
(वह,
यह,
तू) 1
'इससे'
में
प्रयुक्त सर्वनाम यह
है।
21.
प्रकृति
में वनस्पति,
जीवजंतु
आदि का अनुपात कैसे संतुलित
बना रहता था? 2
धरती
वनस्पतियों से पूरी तरह ढक न
जाए,
इसलिए
घास खानेवाले जानवर पर्याप्त
मात्रा में थे। इन जानवरों
की संख्या अधिक न हो जाए इसलिए
हिंस्र जंतु भी थे। इस प्रकार
प्रकृति में वनस्पति,
जीवजंतु
आदि का अनुपात संतुलित और
नियंत्रित बना रहता था।
Prepared
by: Ravi
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