अध्यापक बंधुओ,
केरल के विभिन्न स्कूलों में अनुभवी और प्रयत्नशील अध्यापक छात्रों की हिंदी सुधारने के लिए विभिन्न कार्य कर रहे हैं। लेकिन बड़े दुख की बात है कि वह प्रस्तुत स्कूल में ही सीमित रहते हैं, याने उनका विनिमय नहीं हो रहा है। अध्यापक बंधुओं से प्रार्थना है कि ऐसे कार्यों के बारे में हमें भी सूचना दें ताकि हम औरों को भी वह दे सकें। उससे अन्य अध्यापकों को भी ऐसा करने की प्रेरणा और सहायता भी मिल सकती है।
चिराग
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