17 Dec 2014

II Term Dec 2014 X HIn Model Ans Paper


II Term Exam Dec 2014 X Hin Model Answer Paper
1. तालिका की पूर्ति 2
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
वह तो अच्छा हुआ
कविता
भगवत रावत
प्रिय डॉक्टर्स
उपन्यास
पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला
आदमी का बच्चा
कहानी
यशपाल
सकुबाई
नाटक
नादिरा ज़हीर बब्बर
2. निम्नलिखित घटनाओं को क्रमबद्ध करके पुनर्लेखन करें। 2

  • डॉ. शान्ता की नियुक्ति जनरल अस्पताल के कैंसर यूनिट में हुई।
  • मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी ने अलग कैंसर अस्पताल खोलने का अभियान शुरू किया।
  • पब्लिक सर्विस कम्मीशन की परीक्षा के ज़रिए सरकारी अस्पताल में उनकी नियुक्ति हुई।
  • मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित हुई।
3. सकुबाई की चरित्रगत विशेषताएं चुनकर लिखें। 2
  • मेहनतकश औरत
  • बड़ी खुशी से जीवन बितानेवाली।
  • अनपढ़ ग्रामीण महिला।
. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थान पर उनका समानार्थी हिंदी शब्द- 3
बुखार के कारण गोपिका अस्पताल (Hospital) में थी। डॉक्टर ने प्रयोगशाला (Laboratory) से रक्त जाँच कराने का निर्देश दिया। कई दिन छुट्टी होने पर टीचर ने एक चिकित्सा प्रमाण-पत्र (Medical Certificate) लाने को कहा।
(5-7) किन्हीं दो के उत्तर लिखें- (2x2=4)
5. यह सच है कि बदलती जीवन-शैली के कारण कैंसर रोगियों की संख्या बहुत बढ़ रही है। फास्टपुड, तेलयुक्त भोजन, व्यायाम की कमी आदि समाज में कैंसर मरीज़ों की संख्या बढ़ने के कारण होते हैं। 2
6. डॉ. कुमार के अनुसार सारी दुनिया ही एक डॉक्टर का परिवार है। किसी भी समय हो, उसे काम करने के लिए तैयार होना चाहिए। वह मरीज़ों से रोटी की उम्मीद कर सकता है लेकिन धूमधाम की जिन्दगी की उम्मीद नहीं। जाति, धर्म, स्त्री-पुरुष, देश आदि के भेदभाव के बिना उसे निस्वार्थ सेवा करनी चाहिए। 2
7. कुछ लोग जीव-जंतुओं पर निर्दय व्यवहार करनेवाले होते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। हमारे जैसे, सभी पशु-पक्षियों को भी इस धरती पर जीने का अधिकार है। लेकिन सबसे अधिक निर्दय व्यवहार करनेवाले कसाई (ഇറച്ചിവെട്ടുകാര്‍) होते हैं। उनका काम ही पशु-पक्षियों को मारकर माँस बेचना होता है।
(8-10) किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखें (2X4=8)
8. देवदास और मित्र के बीच का वार्तालाप 4
सुनिल: हैलो देवदास! कैसे हो? कैसा था मेडिकल कॉलेज का पहला दिन?
देवदास: अच्छा था यार। बड़ी घबराहट के साथ गया था।
सुनिल: क्या-क्या बातें हुईं? बताओ न।
देवदास: सबसे पहले प्रोफ़ेसर डी. कुमार का भाषण था। उन्होंने एक बड़ा भाषण दिया। ज़ोरदार,
प्रभावात्मक और उपदेशात्मक भाषण.
सुनिल: वे क्या-क्या निर्देश दे रहे थे?
देवदास: उन्होंने डॉक्टर का काम पुनीत काम बताया है। पैसे की लालच में यह काम कोई भी न
चुनें। डॉक्टर के लिए न रात है न दिन, न स्त्री है न पुरुष, न जाति है न धर्म- सारी दुनिया
ही डॉक्टर के लिए परिवार है।
सुनिल: उसके बाद क्या हुआ?
देवदास: फिर जिसेक्शन हॉल का अनुभव तो बिल्कुल भिन्न है।
सुनिल: क्यों?
देवदास: बाप रे! नौ मेज़ों पर एक-एक लाश। आठ छात्रों के लिए एक लाश की व्यवस्था है। एक
कद्दावर टंकी है जिसमें लाशें तैरती रहती हैं।
सुनिल: फिर?
देवदास: मेरी सहयोगी है लक्ष्मी। हम दोनों को एक हाथ मिला है। लेकिन लक्ष्मी एक लड़की
सहयोगी चाहती थी। वहाँ का बदबू असहनीय है यार।
सुनिल: कोई बात नहीं। रोज़ जाते समय ठीक हो जाएगा।
देवदास: हाँ सुनिल। ऐसा विश्वास करता हूँ। मैं चलता हूँ।
सुनिल: ठीक है।
(ज़ोरदार: ശക്തമായ, प्रभावात्मक: സ്വാധീനിക്കുന്ന, पुनीत: പവിത്രമായ)
9. गौरा की मृत्यु: महादेवी की डायरी। 4
तारीख: …..............
स्थान:..................
आज भी मैं रोज़ की तरह गौरा के पास बार-बार जाती रही। ब्रह्म मुहूर्त में चार बजे गौरा की मृत्यु हुई। उसके पास पहुँचते ही उसने अपना मुख सदा के समान मेरे कंधों पर रखा, और वह एकदम पत्थर जैसा भारी होकर मेरी बाँह पर से सरककर धरती पर आ गिरा। उसकी मृत्यु भी मेरी आँखों के सामने हुई। मैंने कितने पशु-पक्षियों को पाला है। लेकिन सबसे बड़ी यही थी। वह भी मनुष्य के निर्मम व्यवहार की शिकार बनकर! हे भगवान! यह व्यथा मेरे मन से कैसे दूर हो जाएगी। मैंने गौरा के पार्थिव अवशेष को भी गंगा माँ को समर्पित किया। आज का दिन शोकमय रहा।
(शिकार: ഇര, victim)
10. मालिन्य से बीमारियाँ फैल रही हैं विषय पर संगोष्ठी: पोस्टर 4


सरकारी हायर सेकंडरी स्कूल, कडन्नप्पल्लि
प्रसाद हिंदी मंच
हिन्दी संगोष्ठी
का आयोजन करता है
2-1-2015 शुक्रवार, प्रात: 10 बजे
विषय: मालिन्य बीमरियाँ फैला रहा है।
स्थान: स्कूल ऑडिटोरियम
उद्घाटन: डॉ. एम. अरविन्दन,
हिन्दी विभागाध्यक्ष, पय्यनूर कॉलेज
सबका स्वागत है।

(विभागाध्यक्ष: വിഭാഗത്തിന്റെ തലവന്‍)
11. चिकित्सा के क्षेत्र में आज कई प्रकार के शोषण हैं: टिप्पणी 4
11. चिकित्सा का महत्व – टिप्पणी 4
स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। स्वास्थ्य नहीं है तो हम कुछ भी करने के लायक नहीं होते हैं।
मनुष्य के लिए स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ रहने के लिए अच्छे भोजन और व्यायाम की ज़रूरत है। लेकिन विभिन्न कारणों से लोगों में विविध प्रकार की बीमारियाँ दिखाई पड़ती हैं। तब हमें किसी न किसी चिकित्सक के पास या चिकित्सालय में जाना पड़ता है। चिकित्सालय सरकारी और निजी दो प्रकार के होते हैं। इनमें सरकारी चिकित्सालयों में चिकित्सा नि:शुल्क होता है लेकिन आवश्यक सुविधाओं की कमी के कारण लोग प्राय: निजी चिकित्सालयों में जाते हैं। वहाँ तो चिकित्सा का खर्च वहुत अधिक होता है, मरीज़ों का शोषण भी होता है।
डॉक्टरों का काम अत्यंत पुनीत काम होता है। उनको मरीज़ों की निस्वार्थ, निष्पक्ष सेवा करनी चाहिए। लेकिन चिकित्सा एक उद्योग बन जाते समय लोग लाभ की लालच में पड़ जाते हैं। यह चिकित्सा का स्तर घटने का कारण बन जाता है। व्यापारी प्रवृत्ति डॉक्टरों और चिकित्सालयवालों में मानविकता की कमी का काण बन जाता है।
इस क्षेत्र में नैतिकता और मानविकता बनाए रखने केलिए सरकार का सकारात्मक हस्तक्षेप अनिवार्य है। सरकारी चिकित्सालयों का स्तर बढ़ाने पर लोग निजी चिकित्सालयों के चंगुल से मुक्त हो जाएँगे। (स्वस्थ: ആരോഗ്യമുള്ള, स्वास्थ्य: ആരോഗ്യം, निजी: സ്വകാര്യ, नि:शुल्क: സൗജന്യ, उद्योग: വ്യവസായം, व्यापारी प्रवृत्ति: കച്ചവട മനോഭാവം)
(12-14) कवितांश के आधार पर उत्तर-
12. धूल से खेलने से हम गंदे हो जाते हैं। 1
13. शीर्षक: संगति 1
14. कवितांश का आशयः 3
इस कवितांश में कवि अच्छी संगति की आवश्यकता पर बल देते हैं।
कवि कहते हैं कि संगति का असर चरित्र पर पड़ता है। यदि हम फूलों के साथ खेलेंगे तो हमें सुगंध मिल जाएगा। यदि धूल से खेलते तो गंदे बन जाते। हम अपने को किस प्रकार का रंग रंगाना चाहते हैं उस प्रकार के रंग को घोलना चाहिए। अच्छे लोगों की संगति से अच्छे और बड़े लोगों की संगति से 'बड़े' बन जाते हैं। मलयालम में एक कहावत है- 'ചന്ദനം ചാരിയാല്‍ ചന്ദനം മണക്കും, ചാണകം ചാരിയാല്‍ ചാണകം മണക്കും.'
संगति का असर हमारे चरित्र पर ज़रूर पड़ता है। कवि यहाँ सभी लोगों को अच्छी संगति में रहकर अच्छे बन जाने का उपदेश देते हैं। अत: यह कवितांश बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक है।
(संगति: കൂട്ടുകെട്ട്, रंगाना: നിറം കൊടുക്കുക, घोलना: കലക്കുക, प्रासंगिक: പ്രസക്തമായ)
15. संशोधन 2
यह नदी हमारे गाँव से होकर बहती हैउसका पानी बहुत ठंडा होता है।
(हमारा गाँव+से= हमारे गाँव से, नदी (स्त्रीलिंग) – क्रिया बहती है, पानी पुल्लिंग इसलिए 'उसका' और विशेषण पुल्लिंग में 'ठंडा')
16. योजक के प्रयोग से वाक्यों को मिलाना 1
1. रमेश स्कूल नहीं गया क्योंकि वह (रमेश) बीमार है।
2. रमेश बीमार है इसलिए वह (रमेश) स्कूल नहीं गया।
(रमेश शब्द की आवृत्ति वाक्य की सुंदरता नष्ट करती है।)
17. वाक्यों को मिलाकर एक वाक्य बनाना 2
वह तोता हरा है।
वह हरा तोता पेड़ पर बैठा है।
वह हरा तोता उँचे पेड़ पर बैठा है। (निर्देश: Step by Step करना सहायक होता है)
उत्तर: वह हरा तोता ऊँचे पेड़ पर बैठा है।
18. विश्व शांति दिवस 21 सितंबर को मनाया जाता है। 1
19. उन्होंने में प्रयुक्त सर्वनाम वे है। 1
20. 'सफेद कबूतर' में सफेद शब्द विशेषण है। 1
21. विभिन्न देशों में राजनीतिक दलों, संस्थाओं एवं सेनाओं के नेतृत्व में यह दिन विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। इस दिन लोग सफ़ेद कबूतर के चित्र से अंकित बैड्ज का धारण करते हैं। 2
(राजनीतिक दल: രാഷ്ട്രീയ പാര്‍ട്ടികള്‍, संस्थाएँ: സ്ഥാപനങ്ങള്‍)
Ravi. M., GHSS, Kadannappally, Kannur

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