31 Aug 2014

I Term Exam Aug 2014 VIII Hin Qn Analysis


I Term. Exam. Aug. 2014 VIII Hin. Qn. Analysis

1. ചോദ്യം 8ന് इस प्रस्ताव से आप कहाँ तक सहमत है, अपना विचार प्रकट करें, आपका मत क्या है - ഇവയിലേതെങ്കിലുമായിരുന്നു ഉചിതമായിട്ടുള്ളത്.
2. ചോദ്യം 10 കുട്ടികള്‍ക്ക് അല്‍പം പ്രയാസകരമാണ്. തൃപ്തികരമായ ഉത്തരമെഴുതാന്‍ കുട്ടികള്‍ പ്രയാസമനുഭവിക്കുന്നതാണ്.
3. ചോദ്യം 12ന് ഉത്തരം എഴുതാന്‍ വേണ്ടത്രയും വ്യാകരജ്ഞാനം എട്ടാംതരത്തിലെ കുട്ടികള്‍ക്ക് ഉണ്ടോ എന്നത് സംശയകരമാണ്.
4. ചോദ്യം 18ന് ഉത്തരം എഴുതാനും सर्वनाम-कारक, सर्वनामों में विकार തുടങ്ങിയ കാര്യങ്ങള്‍ എട്ടാംതരത്തിലെ കുട്ടികള്‍ക്ക് അറിയണമെന്നില്ല.
5. उक्षिप्त व्यंजन (ड़, ढ़) യുടെ പ്രയോഗങ്ങള്‍ ചിലയിടങ്ങളില്‍ തെറ്റായി കൊടുത്തിരിക്കുന്നു (पढें, पकडने, पढकर, चिडियाँ/ ठंड़ी-ठंड़ी).
ഇവയൊഴിച്ചാല്‍ ചോദ്യപേപ്പര്‍ പൊതുവെ തൃപ്തികരമാണ്.
Prepared: Ravi. M., GHSS, Kadannappally, Kannur.

I Term Exam. Aug 2014 VIII Hin Model Answer Paper


I Term Exam Aug 2014 VIII Hin Model Answer Paper

1. तालिका की पूर्ति करें।                                                          3
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
जैनी
कहानी
विक्टर ह्यूगो
जाल, जहाज़ और मछुआरे
यात्राविवरण
मधु कांकरिया
तोड़ती पत्थर
कविता
सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
2. घटनाओं को क्रमबद्ध करके लिखें।                                            4
        सोनाखाली से यात्रा शुरू हुई।                                        
        एक महिला एक छोटे तिकोने नीले जाल को खींच रही थी।
        मछुआरिन आँखों से ओझल हो गयी।
        नौ-दस वर्ष के नन्हे मछुआरे को देखकर मन आशंकित हुआ।
3. जैनी की चरित्रगत विशेषताएँ।                                                 2
  • पति की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करनेवाली।
  • अपने बच्चों की अवस्था पर दुखी।
उचित उत्तर चुनकर लिखें। (4-7)
4. तूफानी हवा की तुलना लुहार की धौंकनी से की है।                       1 
5. निराला जी ने पत्थर तोड़नेवाली औरत को इलाहाबाद के पथ पर देखा।
6. जैनी का पति मछुआरा है।                                                    1 
7. घर की खिड़की से देखने पर मधु कांकरिया को आसमान टुकड़ा-टुकड़ा लगा। 1
किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखें। (8-10)                             (2x3=6)
8. फटे हुए जाल मछुआरों के जीवन का प्रतीक है। मछुआरे गरीबी के शिकार हैं। आर्थिक कठिनाई- पैसे की कमी से वे नए जाल खरीद नहीं सकते। इसलिए वे फटे हुए जाल का इस्तेमाल करते हैं। गरीबी से मुक्त होकर नए जाल खरीदना उनके लिए बहुत कठिन है। याने फटे हुए जाल गरीब मछुआरों के जीवन का प्रतीक है।     3
9. मधु कांकरिया ने जहाज़ यात्रा के अनुभव के आधार पर जहाज़ की विशेषताएँ लिखी हैं। लेखिका कहती है कि एक झलक में जहाज़, ट्राम ट्रेन की बॉगी जैसा था, वैसा ही साफ़-सुथरा और भव्य। ट्राम ट्रेन से अधिक चौड़ा, खूबसूरत और आरामदायक। जहाज़ की छत पर से खुले आसमान का दर्शन भी बड़ा आनंदपूर्ण होता है। क्षितिज से क्षितिज तक बिना बाधा से आकाश का दर्शन जहाज़ की छत पर से संभव होता है।                 3
10. गरीब मज़दूरिन रोज़ सुबह से शाम तक कड़ी मेहनत करती है। मज़दूरिन जहाँ बैठकर काम करती थी वहाँ कोई छायादार पेड़ नहीं था। कड़ी धूप में गर्मी के दिन में धरती रुई के समान 'जल' रही थी। दोपहर का समय और लू का बहना वातावरण को और भी कठिन बनाता है। इसी समय अमीर लोग बड़ी अट्टालिकाओं में आराम से रहते हैं।
11. संशोधन करें।                                                                   2
जैनी के नन्हे बच्चे गरमी और सर्दी में नंगे पाँव घूमते थे। उन्हें केवल बाजरे की रोटी मिलती थी
12. 'गुरु हथौड़ा' वाक्यांश में 'गुरु' शब्द विशेषण है।                             1 
13. वाक्य को क्रमानुसार लिखें।                                                   2
जैनी का पति /बचपन से ही /मछली पकड़ने का /काम करता था।
कवितांश पढ़कर प्रश्नों के (14-16) उत्तर लिखें।
14. सूरज की किरणों के आने पर अंधकर सब खो जाता है।                   1 
15. शीर्षकः 'प्रभात'                                                             1
16. कवितांश का आशय।                                                       4
इस छोटे-से कवितांश में रचयिता प्रभात की सुंदरता का वर्णन करते हैं।
जब प्रभात में सूरज की किरणें आती हैं तब सारी कलियाँ खिल जाती हैं और सुंदर-सुंदर फूल मुस्कुराने लगते हैं। इसके साथ ही सारा अंधकार सब खो जाता है और सारा जगत सुंदर हो जाता है। चिड़ियों के मिल-जुलकर गाने के मीठे स्वर सब कहीं बहने लगते हैं। ठंडी हवा अपनी मस्तानी चाल में बहती है।
प्रभात का दृश्य सबको मोहित करनेवाला होता है। प्रभात की सुंदरता का वर्णन करनेवाली यह कविता बिलकुल अच्छी और प्रासंगिक है।
गद्यांश पढ़कर उत्तर लिखें। (17-19)
17. बालश्रम का मुख्य कारण गरीबी है।                                     1
18. 'इसको' में प्रयुक्त सर्वनाम 'यह' है। (यह + को = इसको, इसे)     1
19. ദാരിദ്യം ബാലവേലയുടെ മുഖ്യകാരണമാണ്. ജീവിക്കാനായി തൊഴിലെടുക്കുന്ന 14ല്‍ താഴെ വയസ്സുള്ള കുട്ടികളെ കുട്ടിത്തൊഴിലാളികള്‍ എന്ന് വിളിക്കപ്പെടുന്നു. 4
20. स्कूल में चेम्मीन सिनेमा का प्रदर्शनः पोस्टर।                            4
सरकारी हायर सेकंडरी स्कूल कडन्नप्पल्लि
अर्पण हिंदी मंच की ओर से
अगस्त 8, 2014को अपराह्न 2 बजे
स्कूल ऑडिटोरियम में
मछुआरों के संघर्ष भरे जीवन की झलक देनावाली
मशहूर मलयालम फिल्म
चेम्मीन
का प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रधानाध्यापिका                सचिव, हिंदी मंच
किन्हीं दो के उत्तर लिखें। (21-23)                               (2x5=10)
21. पथ पर पत्थर तोड़नेवाली युवती का दर्शन- कवि की डायरी        5
तारीखः..................
आज कवि सम्मेलन में भाग लेने के लिए इलाहाबाद गया। सड़क के किनारे एक मज़दूरिन को देखा। गरीब मज़दूरिन कड़ी धूप में काम कर रही थी। भारी हथौड़ा उठाकर पत्थर मार-मारकर तोड़ना कितनी कड़ी मेहनत है! वह गरीब मज़दूरिन अमीर दलालों के शोषण का प्रतीक है। गरमी के दिनों में कड़ी धूप में काम करने से मज़दूरिन का शरीर काले रंग का हो गया था। उस गरीब मज़दूरिन को अपनी गरीबी से बचने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है! उसके चेहरे का भाव बता रही थी कि वह अंदर ही अंदर रो रही है।
22. जहाज़-यात्रा के बीच - मधु कांकरिया-सहयात्री वार्तालाप।            5
मधु कांकरियाः देखिए न जी, एक छोटा लड़का... मछली पकड़ रहा है।
सहयात्रीः सही बात है। नन्हा मछुआरा है।
मधु कांकरियाः इतनी छोटी आयु में इतना कठिन काम कैसे करता है?
सहयात्रीः विवशता से होगी। गरीब परिवार का बच्चा हो सकता है।
मधु कांकरियाः क्या वह बच्चा स्कूल जाता होगा?
सहयात्रीः पता नहीं।
मधु कांकरियाः छोटी आयु में ही, नन्हे-नन्हे हाथों में इतना बड़ा जाल!
सहयात्रीः वह बच्चा हाँफते-फूलते जाल खींच रहा है।
मधु कांकरियाः बिलकुल सही है। हे भगवान! नीचे गिरकर वह लहरों में बह जाए तो?
सहयात्रीः वह भी सही है। इतने छोटे बच्चों को यह खेलने का समय है न?
मधु कांकरियाः बेचारे बच्चे। इन बच्चों को भी खेलने और पढ़ने का पर्याप्त अवसर मिले।
23. मछुआरों की कठिनाइयाँ- विचार।                                 5
अधिकतर मछुआरे गरीबी के शिकार हैं। उन्हें जीवन में सुविधाएँ कम मिलती हैं। रहने के लिए अच्छे घर नहीं। परिवार को अच्छा खाना खिला नहीं सकते। इनका अधिकतर समय समुद्र में ही बीतता है। मछली पकड़ने के लिए इनके पास अच्छी नाव और अच्छे जाल नहीं होते। मछलियाँ मिलने पर भी उसका लाभ दलालों को मिलता है। समुद्र में उन्हें विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। याने मछुआरों का जीवन प्रायः संघर्षपूर्ण होता है। उनके परिवार की आर्थिक कठिनाई उनके बच्चों को भी बालश्रम के लिए विवश बना देती है। इससे इनके बच्चे भी पढ़ाई से वंचित रहते हैं।
Prepared by: Ravi. M., GHSS, Kadannappally, Kannur. 9446427497

29 Aug 2014

I Term Exam Aug. 2014 X Hindi Model Answer Paper


I Term Exam Sep 2013 X Hin Model Answer Paper
1. तालिका की पूर्ति 2
पाठ का नाम
प्रोक्ति
रचनाकार
नदी और साबुन
कविता
ज्ञानेन्द्रपति
गौरा
रेखाचित्र
महादेवी वर्मा
हाथी के साथी
घटना
मिलानी
बाबूलाल तेली की नाक
कहानी
स्वयंप्रकाश
2. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थान पर उनका समानार्थी हिंदी शब्द- 3

28 Aug 2014

I Term Exam. Aug. 2014 X Hin Qn. Analysis


I Term. Exam. Aug. 2014 X Hin. Qn. Analysis
1. ചോദ്യം 3ന് कोष्ठक से घटनाएँ चुनकर सही क्रम से खाली स्थानों की पूर्ति करें എന്നായിരുന്നു
ഉചിതം.
2. ചോദ്യം 8ന് 'अपनी शुभ्र त्वचा बैंगनी हो जाने के दुख में नदी डायरी लिखती है' വേണ്ടത്ര ഉചിതമായി
തോന്നിയില്ല. കുട്ടികള്‍ ഉത്തരമെഴുതാന്‍ പ്രയാസപ്പെട്ടേക്കാം.
3. ചോദ്യം 9ന്റെ ശീര്‍ഷകം കൊടുക്കേണ്ടിയിരുന്നില്ല. കുട്ടികള്‍ക്ക് ശീര്‍ഷകം എഴുതാന്‍ അവസരം
കൊടുക്കാമായിരുന്നു.
4. ചോദ്യം 10ന്റെ ഉത്തരമായി 4 മാര്‍ക്ക് കിട്ടാന്‍ യോഗ്യമായ രീതിയില്‍ പോസ്റ്റര്‍ തയ്യാറാക്കാന്‍
കുട്ടികള്‍ പ്രയാസമനുഭവിക്കുന്നതാണ്.
5. കവിതയില്‍ രണ്ടാമത്തെ വരിയില്‍ अविरल എന്നതിന് പകരം अविरत എന്ന് കൊടുത്തത്
ആശയഗ്രഹണത്തിന് വലിയ തടസ്സമുണ്ടാക്കുന്നു.
6. ചോദ്യം 16 മുന്‍പരീക്ഷകളുടെ തുടര്‍ക്കഥയെന്നോണം പ്രശ്നജടിലമായി. ഇതില്‍ विशाल
എന്നതൊഴികെ രണ്ടെണ്ണം നാല് വിട്ടഭാഗങ്ങളിലും ഒന്ന് രണ്ട് വിട്ട ഭാഗങ്ങളിലും
ചേര്‍ക്കാവുന്നതായിപ്പോയി. തീരെ അശ്രദ്ധയോടെ തയ്യാറാക്കിയതായി
വിലയിരുത്തേണ്ടിയിരിക്കുന്നു. ഏതായാലും വെറുതെ മാര്‍ക്ക് കിട്ടുന്ന വകയില്‍ കുട്ടികള്‍
ചോദ്യകര്‍ത്താക്കളെ സ്തുതിക്കുന്നതാണ്.
7. ചോദ്യം 17ഉം കുറ്റമുക്തമല്ല. मैं पढ़ नहीं सकता। मेरी आँखों में दर्द है എന്നായിരുന്നു
അനുയോജ്യമായിട്ടുള്ളത്. കാരണം രണ്ട് വാക്യവും ഒരേ കാലത്തിലാവുന്നതാണ് ഉചിതം.
मैं पढ़ नहीं सका। मेरी आँखों में दर्द था। എന്നായാലും ശരിയാകുമായിരുന്നു.
8. 18, 19, 20 ചോദ്യങ്ങളുടെ ഉത്തരമെഴുതാനായി കൊടുത്ത ഗദ്യഭാഗത്തില്‍ छोटी लड़कियाँ पीले
वस्त्र पहने फूलों-सी दिखाई दे रही थीं। എന്നായിരുന്നു വേണ്ടിയിരുന്നത്.
9. ചോദ്യം 19 കണ്ടപ്പോള്‍ തോന്നി പത്താം തരത്തില്‍ സര്‍വ്വനാമമായി वह മാത്രമേ ചോദിക്കാന്‍
പാടുള്ളൂ എന്നുണ്ടോ എന്ന്. കാരണം കഴിഞ്ഞ പത്തിലധികം പരീക്ഷകളില്‍ वह
തന്നെയായിരുന്നു ചോദിക്കപ്പെട്ടിരുന്നത്.
ചോദ്യപേപ്പറില്‍ കണ്ട ചില നിസ്സാര തെറ്റുകള്‍ (എന്നാലും ലക്ഷക്കണക്കിന് കോപ്പികളെടുക്കുന്ന ചോദ്യപേപ്പറില്‍ ഉണ്ടാകാന്‍ പാടില്ലാത്തത്) താഴെ പട്ടികയില്‍ കൊടുത്തിരിക്കുന്നു
ചോദ്യം
കൊടുത്തിരിക്കുന്നത്
കൊടുക്കേണ്ടിയിരുന്നത്
निर्देश
आँफ
ऑफ
1
स्वयं प्रकाश
स्वयंप्रकाश
3
पड गया
पड़ गया
6
किस ऒर
किस ओर
कविता
कवितांश पढकर
कवितांश पढ़कर
15
बूढा हथिनी
बूढ़ा हथिनी
17
खंड पढकर
खंड पढ़कर

ഈ വിശകലനം ചോദ്യപേപ്പര്‍ തെറ്റുകള്‍ മാത്രമുള്ളതാണെന്ന് പറയാന്‍ വേണ്ടിയല്ല. എന്നാല്‍ തെറ്റുകള്‍ തുടര്‍ക്കഥയാവുമ്പോഴുള്ള വിഷമം അറിയിക്കലാണ്. പട്ടികപ്പെടുത്തിയ തെറ്റുകള്‍ ടൈപ്പ് ചെയ്തയാളുടേതായിരിക്കാം. എന്നാല്‍ പ്രൂഫ് റീഡിംഗ് നടത്താതെ ഇത്തരം ഗൗരവമേറിയ കാര്യങ്ങള്‍ ചെയ്യുമെന്ന് പ്രതീക്ഷിക്കാന്‍ കഴിയില്ലല്ലോ. ഇനിവരുന്ന ചോദ്യപേപ്പറുകള്‍ തെറ്റുകളില്ലാത്തതാവാന്‍ ഇത് സഹായകരമാകട്ടെ എന്ന് പ്രതീക്ഷിക്കുന്നു.

തയ്യാറാക്കിയത്- Ravi. M., GHSS, Kadannappally, Kannur.

24 Aug 2014

राष्ट्रगान - जनगणमन - संपूर्ण - ऑडियो

भारत का राष्ट्रगान - जन गण मन - संपूर्ण रूप


राष्ट्रगान (जन गण मन) का संपूर्ण रूप
जनगणमन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड उत्कल वंगा
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधितरंगा
तवशुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे, गाहे तव जय गाथा