30 Mar 2016

IX Hin Mar 2016 An Paper Analysis


IX Hin Mar 2016 Qn Paper Analysis
1. ചോദ്യം 2ലെ സംഭവങ്ങള്‍ പരസ്പരം ബന്ധപ്പെടുത്തി എഴുതാന്‍ പറ്റുന്ന വിധത്തിലുള്ളതാകുന്നതാണ് അഭികാമ്യം. पारस തന്നെ पत्थर ആയതുകൊണ്ട് पारस पत्थर എന്ന് പറയുന്നത് ശരിയായി തോന്നുന്നില്ല.
2. ചോദ്യം 7ന് ഉത്തരമായി പ്രതീക്ഷിക്കുന്ന बाँध आने के कारण ഉചിതമായി തോന്നുന്നില്ല. അണക്കെട്ട് പൂര്‍ത്തിയായി, ഇനി വെള്ളം നിറയുകയാണ് വേണ്ടത്. അതുകൊണ്ടുതന്നെ बारिश के कारण എന്നതും സംശയം സൃഷ്ടിച്ചേക്കാം. बाँध में पानी भरने के कारण, गाँव डूबने के कारण എന്നിങ്ങനെയാണ് കൂടുതല്‍ ശരിയായതെന്നാണ് എന്റെ അഭിപ്രായം.
       ഈ പ്രശ്നങ്ങള്‍ ഒഴിവാക്കിയാല്‍ ഈ ചോദ്യപേപ്പര്‍ പൊതുവെ മികച്ചതായി കണക്കാക്കാവുന്നതാണ്.
                                                 രവി, ഹിന്ദി ബ്ലോഗ്.

VIII Hin Mar 2016 Model Ans Paper


VIII Hin Mar 2016 Model Ans Paper
1. पाठ-प्रोक्ति-रचयिताः तालिका की पूर्ति                                   3
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
पिता का प्रायश्चित
संस्मरण
अरुण गाँधी
इस बारिश में
कविता
नरेश सक्सेना
ज्ञानमार्ग
एकांकी
असगर बज़ाहत
2. कोष्ठक से घटनाएँ चुनकर क्रमानुसार पूर्ति                               2
  • माँ ऊपर आसमान की ओर बड़ी देर तक देखती रही।
  • लड़के के मन में माँ के बटुए से पैसे चुराने का भी ख्याल आया।
  • अंधेरे में उसकी हथेली में एक अठन्नी दमक रही थी।
  • उसने ईश्वर से माँगा था, दुकानदार से नहीं।
3. श्रीमती संतोष यादव की चरित्रगत विशेषताएँ                            2
  • समाज की खुशी चाहनेवाली।
  • परिस्थितियों से डरनेवाली।
  • बचपन से ही जिज्ञासु।
    सूचनाः 4 से 6 तक के प्रश्नों के उचित उत्तर कोष्ठक से चुनकर लिखें।
4. "उस दिन मैं ने जीवन का एक अहम निर्णय लिया- मैं कभी भी झूठ नहीं बोलूँगा।"- यह अरुण गाँधी का निर्णय था।                                                      1
5. 'पानीदार होना'- इसका मतलब है - सम्माननीय होना।             1
6. सप्तम को आराम करने की जगह लड़के ने दी।                        1
    सूचनाः 7 से 10 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखें । (3x2=6)
7. किसान की ज़मीन किसी शोषक (दलाल, महाजन आदि) के पास चली गई। आर्थिक कठिनाई से शोषकों के जाल में फँसनेवाले किसान की हालत यहाँ वर्णित है। ऐसे किसान जीवन की विभिन्न सुविधाओं से वंचित रहते हैं। याने यहाँ किसानों की शोचनीय दशा की ओर संकेत है।
8. मैं सहमत हूँ। हमें ठीक तरह से पढ़ाई करके परीक्षा लिखनी चाहिए। नकल करके पास होना कभी भी ठीक नहीं है।
9. अरुण को ठीक पाँच बजे अपने पिताजी की मीटिंग की जगह पहुँचना था। लेकिन पहुँचते समय छह बज चुका था। इसलिए अरुण गाँधी झूठ बोले कि कार तैयार नहीं थी इसलिए देर हुई।
10. यह कल्पना जल की दुर्लभता का संकेत देती है। विभिन्न समस्याओं के फलस्वरूप जल की दुर्लभता बढ़ती जा रही है। यह एक अत्यंत भयानक समस्या है।
11. समानार्थी शब्द चुनकर तालिका की पूर्ति                               3
बारिश
वर्षा
ज़मीन
भूमि
घटा
मेघ
आसमान
आकाश
बदन
शरीर
साँझ
संध्या
निशा
रात
12. संशोधन                                                                  2
     गीता सात (साथ) साल की (का) लड़की है। वह दूसरी कक्षा में पढ़ती (पढ़ता) है। उसका (वह का) भाई पाँचवीं कक्षा में पढ़ता है।
13. 'सफ़ेद गुड़' में 'सफ़ेद' शब्द विशेषण है।                                  1
14. 'उसके' में प्रयुक्त सर्वनाम वह है। (वह+के=उसके)                     1
      सूचनाः15-17 कवितांश के आधार पर उत्तर
15. धरती माता ने बादल जी के नाम खत भेजा।                            1
16. गर्मी/बादल के नाम धरती का पत्र/बादल से                            1
17. कविता का आशय                                                       3
     रचनाकार ने यह कवितांश 'बादलजी के नाम धरती का पत्र' के रूप में प्रस्तुत किया है। वर्तमान समाज की भीषण समस्या-सूखा यहाँ वर्णित है।
     धरती मता ने बादल दादा के नाम पत्र लिखा है- हे दादा, तुम्हें प्रणाम! मेरा शरीर दिन--दिन सूखता जा रहा है। पिछले कई बरसों से नियमित रूप से वर्षा नहीं हो रही है। इससे प्रकृति पर बड़ा असंतुलन हो रहा है, जलवायु पर उसका दुष्परिणाम हो रहा है, मैं बहुत चिंतित हूँ कि इस बार क्या परिणाम होनेवाला है।
     बड़ी गर्मी में धरती तपती रहती है। सभी पशु-पक्षियों और वनस्पतियों पर इसका बुरा असर हो रहा है। ऐसे सन्दर्भ में यह कवितांश बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक है। पत्र के रूप में यह कवितांश बहुत अच्छा लगता है।
     18-20 गद्यांश के आधार पर उत्तर
18. मरीज़ का पूरा भरोसा डॉक्टर पर है।                                    1
19. डॉक्टर को कर्तव्यनिष्ठ होना चाहिए। उसे रात-दिन किसी भी व्यक्ति की सेवा के लिए तैयार होना चाहिए।                                                                        2
20. मातृभाषा में अनुवाद                                                     2
     രാത്രിയാകട്ടെ പകലാകട്ടെ, രാവിലെയാകട്ടെ വൈകുന്നേരമാകട്ടെ ഒരു ഡോക്ടര്‍ രോഗികള്‍ക്കായി സമയം കണ്ടെത്തുന്നയാളായിരിക്കണം
सूचनाः 21 से 23 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें।    (2x4=8)
21. जल संरक्षण की आवश्यकता का संदेश देते हुए पोस्टर
  • जल जीवन है
  • जल है तो कल है
  • जल का उपयोग सावधानी से करें।
  • जल का दुरुपयोग न करें
  • अधिकाधिक पेड़ लगाएँ
  • धरती को हरी-भरी बनाएँ
  • अधिकाधिक बारिश मिले
  • भविष्य के लिए
  • आगामी पीढ़ी के लिए
  • एक-एक बूँद बचाएँ
  • जलस्रोतों की रक्षा करें
    जल संरक्षण समिति
    22. संतोष यादव एवरेस्ट की चोटी पर पहुँच गई- रपट
संतोष यादवः एवरेस्ट की चोटी पर दूसरी बार
हरियाणा के रेवाड़ी ज़िले की संतोष यादव माउंट एवरेस्ट की चोटी पर दो बार पहुँचनेवाली प्रथम भारतीय महिला बनी। आपने पहले मई 1992 में एवरेस्ट पर पहुँचने में सफलता प्राप्त की थी। अब मई 1993 में आप दूसरी बार एवरेस्ट पर चढ़ी हैं। यह निडर युवती बचपन से जिज्ञासु प्रकृति की थीं। एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए परिवार से अनुमति मिलना मुश्किल था। लेकिन दृढ़ निश्चयवाली संतोष के सामने उनके पिताजी को भी अंत में हार माननी पड़ी। आजकल वे भारत-तिबत सीमा पुलिस में अफसर हैं।
23. अरुण गाँधी की डायरी
तारीखः...................
     आज मैं पिताजी के साथ कार में डरबन शहर गया। पिताजी को शाम तक एक मीटिंग थी। उसके बीच में मुझे विभिन्न कार्य करने थे। कार की सर्वीसिंग भी थी। मैंने सबकुछ फटाफट किया और एक अंग्रेज़ी फिल्म देखने एक सिनेमाघर घुसा। फिल्म देखते देखते देर हो गया। कार लेकर पिताजी के पास पहुँचते वक्त छह बज गया था। पिताजी पाँच बजे से मेरे लिए इंतज़ार कर रहे थे। मैं झूठ बोला कि कार तैयार नहीं थी। पिताजी को पता था कि वह झूठ है। इसलिए पिताजी कार में न चढ़कर घर तक 18 मील पैदल चलने का निश्चय किया। पिताजी को इतना कष्ट उठाकर घर तक चलते देख मुझे अत्यधिक कष्ट हुआ। मैंने आज एक अहम निर्णल लिया कि मैं कभी भी झूठ नहीं बोलूँगा। आज का दिन मैं कभी भूल नहीं सकता।
                                                          ravi. m., hindiblog

29 Mar 2016

VIII Hin Qn Mar 2016 Analysis


VIII Hin Qn – Annual Exam Mar 2016 - Analysis
1. ചോദ്യം 2 പാഠഭാഗത്തിലെ സംഭവങ്ങളെ ക്രമപ്പെടുത്തി എഴുതാനുള്ളത് പ്രയാസമേറിയതും ആശയക്കുഴപ്പം
   സൃഷ്ടിക്കുന്നതുമാണ്. മുഴുവനും കൃത്യമായി घटना ആണ് എന്ന് പറയാന്‍ യോജിച്ചവയല്ല.
2. വിശേഷണത്തെ സംബന്ധിച്ച് ഒരു പ്രവര്‍ത്തനം പാഠപുസ്തകത്തില്‍ ഉണ്ട്. എന്നാല്‍ सर्वनाम+कारक
    സംബന്ധിച്ച പ്രവര്‍ത്തനം ഉണ്ടെന്ന് തോന്നുന്നില്ല. അതുകൊണ്ടുതന്നെ ചോദ്യം 14 കുട്ടികള്‍ക്ക് പ്രയാസം
    സൃഷ്ടിച്ചേക്കാം.
3. 15 മുതല്‍ 17 വരെ ചോദ്യങ്ങള്‍ക്ക് ഉത്തരം എഴുതാനായി കൊടുത്ത കവിതാഭാഗം കുട്ടികള്‍ക്ക് എളുപ്പമാകാന്‍ 
    തരമില്ല. ആശയം എഴുതുമ്പോഴാണ് പ്രയാസം കൂടുതല്‍ അനുഭവപ്പെടുക.
4. ചോദ്യം 19ന് ഉത്തരം തൃപ്തികരമായി ഉത്തരം എഴുതാനുള്ളത്രയും കാര്യം ഗദ്യഭാഗത്തില്‍ ഉണ്ടോ എന്ന് 
    സംശയിക്കുന്നു.
5. ചോദ്യം 20 മാതൃഭാഷയിലേക്ക് തര്‍ജ്ജമ ചെയ്യുന്നതിന് പ്രയാസം അനുഭവിക്കും. പ്രത്യേകിച്ചും हर वक्त, वक्त
    निकालना എന്നീ പ്രയോഗങ്ങള്‍ കുട്ടികള്‍ക്ക് പരിചിതമായിരിക്കാന്‍ തരമില്ല.
         മുഴുവന്‍ കുട്ടികള്‍ക്കും തീര്‍ത്തും തൃപ്തികരമായി ചോദ്യപേപ്പര്‍ നിര്‍മ്മാണം സാധ്യമല്ല. എന്നാല്‍ മേല്‍പ്പറഞ്ഞ പ്രശ്നങ്ങള്‍ ശരാശരിക്കാരായ കുട്ടികള്‍ക്ക് പ്രയാസം സൃഷ്ടിച്ചിരിക്കുമെന്നതില്‍ സംശയമില്ല.
                                                           രവി, ഹിന്ദി ബ്ലോഗ്


16 Mar 2016

SSLC Hindi Mar 2016 - Model Ans Paper


SSLC Hindi Mar 2016
Model Answer Paper

1. तालिका की पूर्ति करके लिखें।                                                    2
पाठ
प्रोक्ति
रचयिता
गौरा
रेखाचित्र
महादेवी वर्मा
प्रिय डॉक्टर्स
उपन्यास
पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला
वह तो अच्छा हुआ
कविता
भगवत रावत
वापसी
कहानी
उषा प्रियंवदा
2. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थान पर समानार्थी हिंदी शब्द रखकर पुनर्लेखन-              3
सुधा पैसा लेने बैंक गई। वह खाता संख्या भूल गई। सुधा ने लिपिक से कहा। उसने सुधा को प्रबंधक के पास भेज दिया।
3. कोष्ठक से घटनाएँ चुनकर सही क्रम से खाली स्थान की पूर्ति।                   2
  • बूढ़े किसान ने शहर की दुकान से बीज और खाद खरीदे।
  • घर में आकर देखा कि तीनों बोरों में ठगी भी है।
  • ठगी के बारे में पूछने के लिए किसान शहर पहुँचा।
  • दुकानदार ने कहा कि ठगी उपहार के रूप में दी गई है।।
4. गौरा की चरित्रगत विशेषताएँ                                                    2
  • पीड़ा सहने पर क्रुद्ध होनेवाली
  • सदा शांत भाव से रहनेवाली।
  • अन्य जीव-जंतुओं से प्यार करनेवाली।
सूचना: 5 से 7 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखें।        (2x2=4)
5. सेठजी के अस्पताल में चिकित्सा की सुविधाएँ थीं। परंतु बाबूलाल तेली को निराश लौटना पड़ा। क्यों?                                                                            2
सेठजी के अस्पताल में चिकित्सा की सुविधाएँ काफी होने पर भी बाबूलाल तेली को इधर-उधर घूमना पड़ा, पर्याप्त चिकित्सा नहीं मिली, अनावश्यक टेस्टें करनी पड़ीं और जेब खाली हो गई। इसलिए उसे निराश लौटना पड़ा। (जेब खाली होनाः കീശ കാലിയാവുക)
6. डॉक्टर के लिए पूरी वसुधा को ही कुटुंब क्यों बताया गया है?                  2
एक डॉक्टर को स्त्री-पुरुष, जाति, धर्म, रंग, देश आदि का भेदभाव रखे बिना सभी मरीज़ों की सेवा के लिए तैयार रहना चाहिए। इसलिए डॉक्टर के लिए पूरी वसुधा को ही कुटुंब बताया गया है।
7. 'मनुष्यता' कविता में किस प्रकार की मृत्यु को सुमृत्यु कहा गया है?           2
हम अपने समाज और देश के लिए सत्कार्य करके मरने पर समाज या देश हमारी मृत्यु के बाद भी हमें याद करता है। औरों की भलाई के लिए होनेवाली ऐसी मृत्यु को ही 'मनुष्यता' कविता में सुमृत्यु कहा गया है।
सूचना: 8 से 11 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लिखें।      (3x4=12)
8. अपने पिल्लों की मृत्यु पर दुखी डौली अपने मित्र को पत्र लिखती है- 4
                                                                        स्थानः …............,
                                                                       तारीखः …..........
प्रिय मनीषा,
       तुम कैसी हो? पढ़ाई कैसी चल रही है? तुम्हारे घर में सब कैसे हैं?
       मैं इस पत्र के द्वारा मेरे प्यारे पिल्लों की दारुण हत्या के संबंध में बताना चाहती हूँ। मेरे पापा ने मेरी डैनी के पिल्लों को गरम पानी में डुबोकर मरवा दिया है। आज मैं स्कूल से आकर पिल्लों को ढूँढ रही थी। मामा ने कहा कि मैनेजर साहब के घर में हैं, रमन और ज्योति को दिखाने के लिए ले गए हैं, शाम तक वापस आएँगे आदि। मुझे संदेह था। मैंने खोज शुरू की। आया से, मेहतर से... अंत में पता चला कि मेरे पापा ने मेहतर से पिल्लों को गरम पानी डुबोकर मरवा दिया है। मैं बहुत रोयी, मैंने खाना भी नहीं खाया। मुझे आश्चर्य था कि मेरे पापा इतने निष्ठुर कैसे बने।
      तुम्हारे माँ-बाप को मेरा प्रणाम। छोटे भाई को प्यार।
                                                                           तुम्हारी सहेली,
                                                                             (हस्ताक्षर)
                                                                               डौली।
सेवा में
       मनीषा. पी.
      ….................
      …................
9. गामा फारसी पत्रकार को भारत के गुरु-शीष्य संबंध का महत्व समझाते हैं। इससे प्रभावित फारसी पत्रकार की डायरी

स्थानः........................
तारीखः.......................
         भारत के मशहूर पहलवान से आज मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने विश्व के सारे पहलवानों को कुश्ती में लड़ने का चैलेंज दिया था। यह जानकर मैंने गामा से पूछा कि आप अपने अमुक शिष्य से क्यों नहीं लड़ते? लेकिन यह प्रश्न उन्हें एक धक्का-सा लगा। हैरान होकर वे मेरी ओर ही देख रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरा शिष्य मेरे पसीने की कमाई है। मैं लड़ूँ या वह लड़े उसमें कोई अंतर नहीं होता। हम यही चाहते हैं कि हम अपने शिष्यों से कम प्रमुख रहें। संसार में जितना नाम मैंने कमाया, उससे कहीं अधिक मेरे शिष्य कमाएँ। उन्होंने मुझे जल्दी पहचाना कि मैं एक हिंदुस्तानी नहीं हूँ। आज मुझे प्राचीन भारत के गुरु-शिष्य संबंध के बारे में अच्छी जानकारी मिली। आज का दिन मेरे लिए एक खास दिन था। (मुलाकातः കൂടിക്കാഴ്ച धक्काः പ്രഹരം खासः വിശേഷമായ)
10. प्रदूषण से नदी को बचाने का संदेश देनेवाला पोस्टर
नदियों को प्रदूषण से बचाएँ
                                        नदियों में कूड़े-कचड़े न डालें
                                        कारखानों से विषैला जल नदियों में न बहाएँ
                                              हमारे भविष्य के लिए..
                                             आगामी पीढ़ियों के लिए....
                                             खेती के लिए.. प्रकृति के लिए..
                                             नदियों को बचाएँ
                                        नदी पर मानव का ही नहीं
                                        पशु-पक्षियों का भी अधिकार है
                                        नदी माँ है.. नदी संस्कृति है....
         पर्यावरण संरक्षण समिति, …...........
11. गजाधर बाबू एक हफ्ते बाद रिटायर होनेवाले हैं। चीनी मिल के मैनेजर से होनेवाली बातचीत
गजाधर बाबूः नमस्ते मैनेजर साहब। मैं गजाधर बाबू हूँ।
मैनेजरः बोलिए जी। एक हफ्ते के बाद आप रिटायर हो रहे हैं न? क्या आप हमारी चीनी मिल में नौकरी स्वीकार करने तैयार हैं?
गजाधर बाबूः मैं 35 साल की सरकारी सेवा के बाद रिटायर हो रहा हूँ। मेरे मन में पत्नी और बच्चों के साथ रहने की बड़ी लालसा है। इसलिए फिलहाल मैं आपके मिल की नौकरी स्वीकार करना नहीं चाहता।
मैनेजरः हमारा विचार था कि आपको मंजूर है तो हम नियुक्त करेंगे। हम आपको मजबूर नहीं करेंगे। क्योंकि हम आपके बारे में जानते हैं।
गजाधर बाबूः आप मुझे नियुक्त करने के लिए तैयार हुए। धन्यवाद। लेकिन मैं अब जल्दी ही जल्दी अपने घर पहुँचने के विचार में हूँ। यहाँ के मित्रों को छोड़कर जाने में बड़ा दूख है। लेकिन.. क्या करें?
मैनेजरः तो आप अपने बीबी-बच्चों के साथ मिलने की बड़ी इच्छा में हैं। क्या आप सेवानिवृत्त होने के लिए तैयार हो गए। घर जाने का पैकिंग वगैरह शुरू किया है?
गजाधर बाबूः वह तो मैं थोड़ा-थोड़ा कर रहा हूँ। गणेशी भी हैं, सहायता करने के लिए।
मैनेजरः ठीक है गजाधर जी। आपको मेरी ओर से शुभकामनाएँ।
गजाधर बाबूः धन्यवाद जी।
(फिल्हालः ഈ അവസരത്തില്‍ मंजूरः സമ്മതം मजबूर करनाः നിര്‍ബ്ബന്ധിക്കുക नियुक्त करनाः നിയമിക്കുക शुभकामनाएँ: ആശംസകള്‍)
12. एक एक अक्षर जोड़ने से विद्वान बन जाता है।                                 1
13. 'प्रगति'                                                                        1
14. कवितांश का आशय                                                            3
      यह कवितांश लोगों को निरंतर प्रयास और परिश्रम करके विकास के उच्च स्तर तक पहुँचने की प्रेरणा देता है।
      इस कवितांश के द्वारा रचनाकार कहते हैं- यदि हम एक-एक करके पेड़-पौधे लगाएँ तो बड़े-बड़े बाग बन जाएँगे, जंगल बन जाएँगे। उसी प्रकार एक-एक ईंट जोड़कर बड़े-बड़े मकान और महल बना सकते हैं। वैसे ही यदि हम एक-एक अक्षर जोड़ें तो बड़े विद्वान बन जाएँगे। याने अक्षरों का अभ्यास, किताबों का अध्ययन निरंतर करने से हम बड़े ज्ञानी या विद्वान बन जाएँगे।
      यह कवितांश अच्छे लक्ष्य को साकार करने के लिए निरंतर परिश्रम करने की प्रेरणा देनेवाला है। अतः यह बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक है।
15. संशोधन करके खंड का पुनर्लेखन करें-                                      2
रमा का छोटा भाई सुमेश बैंक में काम करता है
16. उचित विशेषण चुनकर खंड का पुनर्लेखन-                                  2
लोग बड़े सबेरे इस सुंदर पार्क में टहलने आते हैं। यहाँ की ठंडी हवा उनको बड़ी खुशी देती है।।
17. उचित योजक से वाक्य-मिलान-                                           1
वह डर गया इसलिए वह कांपने लगा।
सूचना: खंड पढ़कर18 से 21 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
18. दो दिन बाद दिवाली आनेवाली थी। इसलिए शहर प्रकाशमान था।           1
19. 'सारा शहर' में 'सारा' शब्द विशेषण है।                                      1
20. 'उसको' में प्रयुक्त सर्वनाम वह है।                                            1
21. दिवाली के अवसर पर शहर में क्या-क्या हो रहा था?                      2
सारा शहर प्रकाशमान था। कहीं मिट्टी के बर्तन बिक रहे थे। कहीं मिठाई की दुकानों से सुगंध आ रही थी। दिवाली के अवसर पर शहर में ये सब हो रहा था।
                                                                   रवि, हिंदी ब्लॉग


15 Mar 2016

SSLC Hin Qn Analysis Mar 2016


SSLC Hindi Exam Mar 2016 Qn Analysis
1. ചോദ്യം 1 पाठ -.. प्रोक्ति .. रचयिता യില്‍ लेखक എന്നതിന് പകരം रचयिता എന്നോ रचनाकार എന്നോ ആണ് കൂടുതല്‍ ഉചിതമായിട്ടുള്ളത്. കാരണം കൊടുത്തിരിക്കുന്ന എഴുത്തുകാരില്‍ രണ്ടുപേര്‍ (महादेवी वर्मा, उषा प्रियंवदा) സ്ത്രീകളായതുകൊണ്ട് लेखक എന്ന് പ്രയോഗിക്കുന്നത് അനുചിതമാണ്. കവിതയെഴുതിയയാളെയും लेखक എന്ന് വിശേഷിപ്പിക്കുന്നത് ശരിയായ പ്രവണതയല്ല. പുനത്തില്‍ കുഞ്ഞബ്ദുള്ളയുടെ നോവലിന്റെ പേരാണ് ഉത്തരമായി പ്രതീക്ഷിക്കുന്നതെങ്കില്‍ दवा എന്ന് കുട്ടി ഉത്തരമെഴുതേണ്ടിവരും. प्रिय डॉक्टर्स എന്ന് ഉത്തരമാണ് പ്രതീക്ഷിക്കുന്നതെങ്കില്‍ उपन्यास-अंश എന്ന് കൊടുക്കേണ്ടിയിരുന്നു. ഒരു ചോദ്യത്തിന് രണ്ട് ഉത്തരം പ്രതീക്ഷിക്കുന്നത് ശരിയല്ലല്ലോ.
2. ചോദ്യം 3ല്‍ ബ്രാക്കറ്റില്‍ നിന്ന് സംഭവങ്ങള്‍ തെരഞ്ഞെടുത്ത് ക്രമപ്രകാരം എഴുതാനായി കൊടുക്കുന്നത് സാധാരണയായി ഗദ്യപാഠങ്ങളില്‍ (കഥ, നോവല്‍, …) നിന്നാണ്. എന്നാല്‍ പതിവിന് വിപരീതമായി പദ്യത്തില്‍നിന്ന് കൊടുത്തിരിക്കുന്നു. ബ്രാക്കറ്റില്‍ കൊടുത്ത दुकानदार ने कहा ठगी उपहार के रूप में दी गई है എന്നത് ഹിന്ദിയുടെ വാക്യഘടനക്ക് തീര്‍ത്തും വിരുദ്ധമാണ്. ഒന്നുകില്‍ दुकानदार ने कहा कि ठगी उपहार के रूप में दी गई है എന്നോ അല്ലെങ്കില്‍ दुकानदार ने कहा----ठगी उपहार के रूप में दी गई है” എന്ന് ഉദ്ധരണിയോടെയോ കൊടുക്കാത്തത് ഗുരുതരമായ കുറ്റമാണ്.
3. ചോദ്യം 4 ല്‍ സ്വഭാവസവിശേഷതകളെക്കുറിച്ചുള്ള ചോദ്യം മൃഗത്തെ അടിസ്ഥാനമാക്കി കൊടുത്ത് കണ്ടപ്പോള്‍ മനുഷ്യകഥാപാത്രങ്ങള്‍ പാഠപുസ്തകത്തില്‍ ഇല്ലാതെ പോയോ എന്ന് തോന്നിപ്പോയി.
4. 5 മുതല്‍ 7 വരെയുള്ള ചോദ്യങ്ങള്‍ സാധാരണയായി വിശ്ലേഷണാത്മകമായാണ് ചോദിക്കാറ്. അതായത് കുട്ടികള്‍ക്ക് അവരുടെ കാഴ്ചപ്പാട്, അഭിപ്രായം എന്നിവ പ്രകടിപ്പിക്കാനുള്ള അവസരം ഇത്തരം ചോദ്യങ്ങളില്‍ സാധാരണ ഉണ്ടാകാറുള്ളതാണ്. എന്നാല്‍ ഇത്തവണ നേരിട്ടുള്ള ചോദ്യങ്ങളായി അവ മാറ്റപ്പെട്ടിരിക്കുന്നു. കുട്ടികള്‍ക്ക് ഈ മാറ്റം ഗുണപരമാണെങ്കിലും ചോദ്യത്തിന്റെ നിലവാരം കുറയുന്നതിന് ഇത് കാരണമാകുന്നതാണ്.
5. ചോദ്യം 9 फारसी पत्रकार की डायरी ഒരു അസ്വാഭാവിക ചോദ്യമായി കണക്കാക്കേണ്ടിയിരിക്കുന്നു. ഒരു ചോദ്യത്തിന്‌വേണ്ടി ചോദ്യം സൃഷ്ടിച്ചതുപോലെ അനുഭവപ്പെടുന്നു.
6. ചോദ്യം 11കുട്ടികളില്‍ അല്‍പം ആശയക്കുഴപ്പം സൃഷ്ടിക്കുന്നതായി. वार्तालाप എന്ന സാധാരണ പ്രയോഗത്തിന് പകരം बातचीत എന്ന് പ്രയോഗിച്ചത് ശരാശരി കുട്ടികളെ പോലും കുഴക്കുന്ന തരത്തിലുള്ളതായി.
7. 12 മുതല്‍ 14 വരെ ചോദ്യങ്ങള്‍ക്ക് വേണ്ടി നല്‍കിയിട്ടുള്ള കവിത ഏത് വിഷയത്തെക്കുറിച്ചാണെന്ന് പിടികിട്ടുന്നില്ല. അതുകൊണ്ടുതന്നെ ശീര്‍ഷകം എഴുതാന്‍ കുട്ടികള്‍ നന്നേ വിഷമിക്കും. കുറേ മരങ്ങള്‍ ചേര്‍ന്നാല്‍ തോട്ടമാകും, കുറേ ഇഷ്ടികകള്‍ ചേര്‍ത്താല്‍ കെട്ടിടവും ആയേക്കാം. എന്നാല്‍ കുറച്ച് അക്ഷരങ്ങള്‍ ചേര്‍ത്ത് വെച്ചാല്‍ വിദ്വാന്‍ ആകുമെന്നുള്ള കവിവാക്യം ചിരിനല്‍കുന്നതാണ്. एक एक अक्षर जोड़ने से क्या बन जाता है എന്ന 12ആമത്തെ ചോദ്യത്തിലൂടെ ഈ ആശയത്തെ ചോദ്യകര്‍ത്താവ് ഒന്നുകൂടി ഉറപ്പിക്കുകയും ചെയ്യുന്നു.
8. ചോദ്യം 19 'सारा शहर' में 'सारा': എന്ന് കൊടുത്തതിന് ശേഷം ബ്രാക്കറ്റില്‍ നാല് ഉത്തരങ്ങള്‍ കൊടുത്തിരിക്കുന്നു. 'सारा शहर' में 'सारा' शब्द …............. है എന്ന് കൊടുത്ത് പൂരിപ്പിക്കാന്‍ പറയുന്നത് കൂടുതല്‍ ഉചിതമായേനെ. ഇവിടെ കോളന്‍ (:) കൊണ്ട് എന്താണ് ഉദ്ദേശിക്കുന്നതെന്ന് വ്യക്തമല്ല. കുട്ടികള്‍ക്ക് മുന്‍ അനുഭവങ്ങള്‍കൊണ്ട് ഈ ചോദ്യത്തെ തിരിച്ചറിയാന്‍ പറ്റുമെങ്കിലും പൊതുപരീക്ഷയുടെ ചോദ്യക്കടലാസില്‍ ഇത്തരം അശ്രദ്ധ ക്ഷന്തവ്യമല്ല.
അബദ്ധങ്ങളില്ലാത്ത ഒരു എസ്.എസ്.എല്‍.സി. ചോദ്യപേപ്പര്‍ കാണാന്‍ ഇനി നമ്മള്‍ എത്രകാലം കാത്തിരിക്കേണ്ടിവരും?
ടി.കെ. ഈശ്വരന്‍ നമ്പൂതിരി, ജി.എച്ച്.എസ്.എസ്. മാതമംഗലം.