13 Mar 2015

SSLC March 2015 Hindi Model Answer Paper


SSLC Hin Qn Mar 2015 Model Answer Paper

1. तालिका की पूर्ति करें।                                                       2
पाठ
प्रोक्ति
लेखक
हाथी के साथी
घटना
मिलानी
प्रिय डॉक्टर्स
उपन्यास-अंश
पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला
वह तो अच्छा हुआ
कविता
भगवत रावत
वापसी
कहानी
उषा प्रियंवदा
2. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थान पर उनके समानार्थी शब्दों से खंड का पुनर्लेखन ।    3

आज शल्यक्रिया होनेवाली थी। लेकिन रोगी का तापमान बढ़ा। इसलिए वह रद्द की गई।
3. कोष्ठक से घटनाएँ चुनकर क्रमबद्ध रूप से रिक्त स्थान की पूर्ति करके लिखें।  2
  • घर का वातावरण तनाव भरा था।
  • गजाधर बाबू परेशान थे।
  • वे घर छोड़कर कहीं जाना चाहते थे।
  • उन्हें एक चीनी मिल में नौकरी मिल गई।
4. सकुबाई की विशेषताएँ।                                                     2
  • कठिन मेहनत करनेवाली।
  • जीने के लिए संघर्ष करनेवाली।
5-7 किन्हीं दो के उत्तर लिखें।                                       2x2=4
5. मैं इस प्रस्ताव से बिलकुल सहमत हूँ। क्योंकि ग्वाले ने अपनी स्वार्थ-पूर्ति के लिए एक निरीह
जानवर की हत्या की है। उसका स्वभाव क्रूर और निर्मम है। (निरीह : കളങ്കമില്ലാത്ത) 2
6. ऐसा करना बिलकुल गलत है। इससे गरीब परिवार के लोग अधिक प्रभावित होते हैं। इस
प्रकार छोटी-सी बीमारी के लिए बड़ी रकम का खर्च होता है।                       2
7. बच्चे का रोना लोगों में वात्सल्य की भावना पैदा करता है। लेकिन यहाँ के लोगों के मन में
वात्सल्य, दया आदि अच्छे गुणों का नितान्त अभाव है। वे आँखें बचाकर जा रहे थे। 2
(नितांत: പൂര്‍ണ്ണമായ, आँखें बचाकर जाना: മനപ്പൂര്‍വ്വം നോക്കാതെ
കടന്നുകളയുക)


8. बिजली का झटका: जंगली हाथी की मृत्यु - समाचार                    4
बिजली का झटका: जंगली हाथी की मृत्यु हुई
तोरपा, तारीख: …............ हाल ही में एक जंगली हाथी तोरपा ब्लॉक में उतरा था। उसने आदमियों और घरों को रौंद डाला था। जंगल के बीचवाली सड़क पर बिजली के खंभों से ज़मीन पर गिरे तार से झटका लगकर एक जंगली हाथी की मृत्यु हुई। गाँववाले खबर पाते ही जंगल में पहुँचे और हाथी की लाश पर चाकू, लाठी आदि से हमला करने लगे। पुलिसवाले भी हाथी के दाँत निकालकर इस अत्याचार में भाग ले रहे थे। मानव ने पहले हाथियों का बसेरा नष्ट कर दिया। मृत्यु होने पर उसकी लाश को भी नहीं छोड़ा।
9. पिल्ले मारे गए – डौली की डायरी                            4
तारीखः...................
         आज मैं स्कूल से वापस आने पर पिल्ले गायब थे। मैं लंबी देर तक ढूँढती रही। आया ने कहा कि वे मैनेजर साहब के घर में हैं। मामा कह रही थी कि वे सो रहे हैं। लेकिन अंत में पता चला कि उनको गरम पानी में गोता देकर मरवा दिया गया है! मेरी मामा और आया झूठ बोल रही थीं। मैं रो-रोकर बेहाल हो गई। शामको मैंने कुछ नहीं खाया। हे भगवान! इतने प्यारे पिल्लों के कैसे मार सकते हैं! मेरे मामा-पापा कैसे यह निष्ठुर कार्य करवा सकते हैं! मैं उनसे बात नहीं करूँगी। मेरे लिए यह असह्य है। आया ने कहा था कि डैनी पिल्लों को पर्याप्त मात्रा में दूध दे नहीं सकती। मुझे विश्वास नहीं। यह बड़ी निर्ममता है। आज मैं सो नहीं पाऊँगी। यह दिन मैं कैसे भूलूँ।
10. डिसेक्शन हॉल के अनुभवों का वर्णन करते हुए मित्र के नाम देवदास का पत्र 4
                                                                     स्थान: …...............,
                                                                    तारीख:...................
प्रिय रंजित,
         कैसे हो? पढ़ाई कैसी चल रही है? घर में सब ठीक हैं न? मैं यहाँ ठीक हूँ।
        रंजित, मैं इस पत्र के द्वारा मेडिकल कॉलेज के पहले दिन के अनुभव का वर्णन करना चाहता हूँ। थोड़ी-सी घबराहट के साथ जल्दी कॉलेज पहुँचा था। हाजिरी के बाद प्रो. डी कुमार का भाषण था। उन्होंने बहुत-से निर्देश और उपदेश दिए। फिर डिसेक्शन हॉल में। प्रवेश करते ही नथुनों में तेज़ बदबू घुसी थी। उसमें अनेकों लाशें फार्मलीन में डालकर रखी थीं। स्टील की नौ मेज़ों पर एक-एक लाश रखी थी। आठ छात्रों के लिए एक लाश की व्यवस्था थी। मैं और लक्ष्मी- दोनों को एक हाथ मिला। लाश पर चाकू चलाने से पहले डॉ. कुमार ने याद दिलाया कि उसकी मन-ही-मन पूजा करें। सभी ने उसका पालन किया।
        तुम्हारे माँ-बाप को मेरा प्रणाम। छोटे भाई को प्यार।
                                                                                 तुम्हारा मित्र,
                                                                                  (हस्ताक्षर)
                                                                                    देवदास।
सेवा में
        रंजित. के.,
        …..............
        …................
       (याद दिलाया: ഓര്‍മ്മിപ്പിച്ചു पालन किया: അനുസരിച്ചു)
11. जल-संरक्षण की आवश्यकता पर पोस्टर 4
मार्च 21 विश्व जल दिवस
  • जल जीवन है।
  • जल नहीं तो हम नहीं।
  • बारिश के पानी को संजोकर रखें।
  • एक-एक बूँद बचाएँ।
  • जल का उपयोग सावधानी से करें।
अधिकाधिक पेड़-पौधे लगाकर धरती को हरा-भरा बनाएँ।
जलस्रोतों को बचाएँ।
जल संरक्षण समिति, कण्णूर

(संजोना: നല്ലപോലെ സൂക്ഷിക്കുക)
12-14 कवितांश के आधार पर उत्तर
12. बच्ची माँ की गोदी में सो जाना चाहती है।                            1
13. शीर्षक: माँ                                                           1
14. कवितांश का आशय                                     3
       इस छोटे से कवितांश में एक छोटी-सी बेटी अपनी माँ से बात करती है।
       इस कवितांश में बेटी अपनी माँ की गोदी में सो जाने के लिए सबसे छोटी बनने की इच्छा प्रकट कर रही है। छोटी बच्ची बनकर माँ का अंचल पकड़कर फिरना, खेलना और सदा माँ के साथ ही रहना बच्ची की इच्छा है। बच्ची माँ का हाथ पकड़कर साथ ही रहते समय बड़ी सुरक्षा और प्यार का अनुभव करती है।
      सभी लोगों को अपनी माँ सबसे प्यारी और प्रत्यक्ष देवी होती है। माँ के महत्व पर बल देनेवाला यह कवितांश बिलकुल अच्छा और प्रासंगिक है।
15. संशोधन से वाक्यों का पुनर्लेखन।                                     2
बच्चों की पाठशाला थी। घंटी बजी। अध्यापिका क्लास में आयी/आयींविद्यार्थियों ने उठकर अभिवादन किया।
16. उचित विशेषण चुनकर खंड का पुनर्लेखन।                           2
एक विशाल मैदान था। वहाँ कुछ लड़के खेल रहे थे। एक लड़का खेल देख रहा था। वह बीमार था।
17. उचित योजक के प्रयोग से वाक्यों का पुनर्लेखन।                    1
मैं स्टेशन गया लेकिन गाड़ी नहीं मिली।
18-21 खंड के आधार पर उत्तर।
18. 'नई व्यवस्था' में 'नई' शब्द विशेषण है।                            1
19. 'इसके' में प्रयुक्त सर्वनाम यह है।                                    1
20. -मेल संदेश भेजने की नई व्यवस्था है।                           1
21. -मेल भेजने के लिए अपना ई-मेल अकाउंट और पासवर्ड होना आवश्यक है। 2
                                   रवि. एम., सरकारी हायर सेकंडरी स्कूल, कडन्नप्पल्लि, कण्णूर

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